-विज्ञान तकनीकी में इनोवेशन की महत्वपूर्ण भूमिका : प्रो. अजय प्रताप सिंह
-अवध विश्वविद्यालय में सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का हुआ समापन
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के संत कबीर सभागार में सूक्ष्म जीव विज्ञान, भौतिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स तथा अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की स्तुति योजना के अन्तर्गत संचालित सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन रविवार को किया गया। समापन सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि महात्मा गांधी सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी मोतिहारी बिहार के कुलपति प्रो. आनंद प्रकाश ने बताया कि वैज्ञानिक रिसर्च नई तकनीकी के विकास को बढ़ावा देती है। छात्रों के जीवन में विज्ञान तकनीक अहम भूमिका निभायेगी।
कुलपति ने भारत सरकार की राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में बताते हुए कहा कि आने वाले समय में आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस शोध के क्षेत्र बेहतर साबित होगा। बायोईनकोबेटर के साथ नये स्टार्टअप को स्थापित कर सकते है। इसके साथ ही कुलपति ने प्रतिभागियों को भारत सरकार द्वारा चलाएं जा रहे कई नये स्टार्टअप की जानकारी देते हुए पोस्ट-ट्रोमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अविवि के मुख्य नियंता प्रो. अजय प्रताप सिंह ने कहा कि विज्ञान तकनीकी में इनोवेशन की महत्वपूर्ण भूमिका है। छात्रों को अपनी क्षमता के अनुसार नए-नए इनोवेशन करते रहने चाहिए। प्रो. सिंह ने छात्रों से बताया कि सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में जो ज्ञान अर्जित किया है निश्चित ही आपके जीवन में काफी काम आयेगा। सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में कई विश्वविद्यालयों एवं संस्थानों के वरिष्ठ आचार्य एवं वैज्ञानिकों ने अपने शोध परियोजनाओं और वैज्ञानिक तकनीकों से छात्र-छात्राओं को अवगत कराया जिसमें अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रो. बी पी सिंह, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रयागराज के प्रो. बेचन शर्मा, मोतीलाल नेहरू नेशनल इंटीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, प्रयागराज के डॉ. अंमक कुमार राय, प्रिटोरिया विश्वविद्यालय, दक्षिण अफ्रीका के पूर्व शोध वैज्ञानिक डॉ. सुरेन्द्र विक्रम, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के प्रो. रविन्द्र नाथ खरवार, वीबीएस पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर के डॉ. राजेश कुमार, अविवि के सूक्ष्मजीव विभाग के प्रो. राजीव गौड़, माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो. शैलेन्द्र कुमार, आईआईटी, बीएचयू, वाराणसी के प्रो. अखिलेश कुमार सिंह एवं प्रो. नवीन कुमार अरोड़ा, डॉ. रोशन लाल, प्रो. जसवंत सिंह, प्रो. चयन कुमार मिश्र रहे।
कार्यक्रम के दौरान अतिथियों द्वारा सहभागिता प्रमाण-पत्र वितरित किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सत्य प्रकाश सिंह द्वारा किया गया। अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अनिल कुमार ने किया। इस अवसर पर विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो. चयन कुमार मिश्र, डॉ. वन्दना रंजन, डॉ. अजय कुमार, अंकुर श्रीवास्तव सहित अन्य शिक्षक एवं प्रतिभागी उपस्थित रहे।