मनमानी नहीं रुकी तो जन आंदोलन पर विवश होगी हिंदू महासभा
अयोध्या। लॉकडाउन के दौरान निजी स्कूलों द्वारा जिस तरह अभिभावकों पर दबाव बनाकर स्कूल फीस व वाहन शुल्क वसूलने का कुचक्र रचा जा रहा है वह अपने आप में बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक है,लॉकडाउन के दौरान स्कूूल फीस व वाहन शुल्क पूरी तरह से माफ होने चाहिए उक्त बातें हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अधिवक्ता मनीष पांडेय ने कही है श्री पांडेय ने आगे कहा है कि जहां एक ओर लाकडाउन के दौरान पूरे देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह गड़बड़ा चुकी है वहीं दूसरी ओर अभिभावक भी इससे अछूते नहीं है, इस लॉकडाउन में परिवारों का बजट पूरी तरह से गड़बड़ा दिया है और उनकी आर्थिक स्थिति भी बेहद कमजोर हुई है, ऐसे में स्कूलों द्वारा फीस वसूलने हेतु दबाव बनाना ना तो न्याय संगत ना ही तर्कसंगत है, परंतु दुर्भाग्य है कि लगभग सभी निजी स्कूल पूर्ण बेशर्मी के साथ अभिभावकों की मजबूरी को बिना समझे उन पर फीस वसूलने का दबाव बना रहे हैं, श्री पांडेय ने यह भी कहा कि निजी स्कूलों द्वारा स्टाफ और टीचरों की फीस के नाम पर अभिभावकों से फीस देने के लिए कहा जा रहा है जोकि तर्कसंगत नहीं है श्री पांडेय ने उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री महंत योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि हर वर्ष लाखों करोड़ों रुपए फीस के नाम पर वसूली लेने वाले इन निजी स्कूलों कि पिछले 10 वर्ष की ऑडिट करा ली जाए स्कूलों का सारा काला चिट्ठा सरकार के सामने आ जाएगा महासभा के प्रवक्ता मनीष पांडेय ने यह भी कहा है कि अगर निजी स्कूल इसी तरह मनमानी करते हैं महासभा इसके विरुद्ध जन आंदोलन चलाने पर मजबूर हो जाएगी इस संबंध में उनके द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री महंत योगी आदित्यनाथ को पत्र प्रेषित किया जा रहा है।