प्रथम चरण का सभी शखाओं पर हुआ शुभारम्भ
अयोध्या। बैंको के निष्पादन की समीक्षा व उनकी राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के साथ समायोजन सम्बंधी विचार सृजित करने के लिए बाटम अप परामर्शदात्री प्रक्रिया के प्रथम चरण का शुभारम्भ सभी शाखाओं पर किया गया। यह ऐसी प्रथम मंत्रणा थी जिसमें शखाओं से कहा गया था कि वह स्वयं अपने निष्पादन की समीक्षा, बैंकिंग क्षेत्र के सामने मौजूद मुद्दों पर चर्चा और आने वाले समय में भावी रणनीति पर विचार करें।
बैठक में अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में क्रडिट सुविधा बढ़ाने, नवोन्मेष हेतु प्रौद्योगिकी का प्रयोग बढ़ाने और वृहद डाटा विश्लेषण को सक्षम बनाने के साथ बैंकिंग को नागरिक केन्द्रित करने पर विचार किया गया। चर्चा के दौरान पांच ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था के लिए बैंक क्रेडिट हेतु सक्षम बनाना, डिजिटल भुगतान बढ़ाना, पीएसबी में कार्पोरेट शासन आदि नौ थीम आधारित विषयों पर भी विचार किया गया। परामर्श के परिणामस्वरूप कई कार्यान्वित किये जाने वाले व नमोन्मेषी सुझाव प्राप्त हुए जैसे भविष्य के लिए रोडमैप क्या होना चाहिए, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक जिससे अपने कार्य निष्पादन में सुधार कर सकें। सुझावों को संग्रहित किया गया और इन्हें प्रत्येक क्षेत्र के तहत शाखाओं के कार्य निष्पादन के तुलनात्मक विश्लेषण के साथ एसएलबीसी/राज्य स्तर पर पुनः विचा विमर्श हेतु अंचल को भेजा गया। इस मौके पर बैंक के उप महाप्रबंधक प्रशांत कुमार दास, क्षेत्रीय प्रबंधक मयूर तोलानी, मुख्य प्रबंधकगण संतोष सिंह, संजीव सोनकर, परवेज अहमद, रामानुज, राम दुलार, आदि मौजूद थे।