-पालकियों पर निकाली गई भगवान के विग्रहों की शोभा यात्रा
अयोध्या। सावन झूला मेले का रविवार से आगाज हो गया। मणिपर्वत पर झूलनोत्सव के साथ अयोध्या के हजारों मंदिरों में विराजमान भगवान के विग्रहों को झूले पर प्रतिष्ठित कर दिया गया है। पखवारे भर तक झूलनोत्सव सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ चलता रहेगा। गाजे-बाजे व जय श्रीराम के उद्घोष के बीच भगवान श्री राम-सीता, लक्ष्मण व हनुमान की मनमोहक पालकियों व रथों पर यात्रा निकाली गई, जो कि मणिपर्वत पहुंची। मेले के लिए भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने नगरी में डेरा डाल दिया है। सुरक्षा व्यवस्था के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। धर्मनगरी का प्रसिद्ध सावन झूला मेला मणिपर्वत पर झूलनोत्सव के साथ शुरू हुआ।
श्रावणी तीज पर्व के साथ आरंभ होने वाले इस ऐतिहासिक मेले में धार्मिक परंपरा के अनुसार प्रमुख मठ-मंदिरों, कनक भवन, हनुमानगढ़ी, श्री मणिराम दास की छावनी, दिव्य शीश महल, श्रीराम वल्लभाकुंज, अशर्फी भवन, लवकुश भवन, बड़ा स्थान, राम कचहरी चारो धाम आदि स्थानों से गाजे-बाजे व जय श्री राम के उद्घोषों के बीच भगवान श्री राम-सीता, लक्ष्मण व हनुमान की मनमोहक पालकियों व रथों पर यात्रा निकाली गई। मणिपर्वत पर पहुंच भगवान को प्रतीक रूप से झूला विहार कराया गया।
डीएम-एससपी ने मेला क्षेत्र का भ्रमण का लिया जायजा
जिलाधिकारी नितीश कुमार व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा ने मणि पर्वत मेला क्षेत्र का भ्रमण कर श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराई जा रही विभिन्न सुविधाओं का लिया जायजा। ड्यूटी पर लगाए गए प्रशासनिक व पुलिस मजिस्ट्रेट/अधिकारियों व कर्मचारियों को अपने-अपने ड्यूटी स्थलों पर तैनात रहकर श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराते रहने, आवागमन को सुचारू रखने तथा बेहतर सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने मेला क्षेत्र में बेहतर साफ सफाई व्यवस्था सुनिश्चित रखने के साथ ही श्रद्धालुओं हेतु पेयजल की समुचित व्यवस्था रखने तथा आवश्यकतानुसार श्रद्धालुओं को आवश्यक चिकित्सीय व अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।