40 लाख के बजट को मिली मंजूरी- डीसी मनरेगा
सोहावल। तहसील क्षेत्र की महत्वाकांक्षी योजना समदा सौंदर्यीकरण का काम शुरू हो गया है। इसका विस्तारीकरण आज से शुरू हो रहा है।जहां लगभग 1000 से ज्यादा श्रमिक मनरेगा के तहत रोजगार पाएंगे। इनमें ज्यादातर ऐसे मजदूर होंगे जो विभिन्न प्रांतों से प्रवासी बनकर जिले में आए हैं। पूर्व जिलाधिकारी डा. अनिल कुमार पाठक के समय में शुरू हुई समदा झील की सौंदर्यीकरण योजना को पिछले कुछ दिनों से पीछे ढकेल दिया गया था। वन विभाग द्वारा बनाए गए करोड़ों रुपए के प्रोजेक्ट को शासन ने हरी झंडी देने के लिए लम्बित कर रखा था।लेकिन कोरोना महामारी के कारण हालात ऐसे बने कि प्रदेश सरकार के मुखिया की घोषणा के अनुसार जिले में आने वाले प्रवासी मजदूरों को रोजगार मुहैया कराने के लिए समदा झील की ओर प्रशासन को रुख करना ही पड़ा।प्रवासी बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए प्रतिदिन एक हजार श्रमिकों को कार्य पर लगाने का निर्देश जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने दिया है। मंगलवार को समदा और सुरवारी झील का निरीक्षण करने के बाद विकास विभाग हरकत में आ गया है। इस सम्बन्ध में बताते हुए डीसी मनरेगा एन एम त्रिपाठी ने बताया कि समदा झील में तालाब की खुदाई सहित सौंदर्यीकरण के तहत लगभग 40 लाख से ज्यादा की धनराशि खर्च होने की मंजूरी मिली है। जिसके द्वारा लगभग 56 हेक्टेयर सीमांकन की गयी झील का विकास किया जायेगा।इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी प्रथमे शकुमार,उप- जिलाधिकारी ज्योति सिंह, तहसीलदार वी के सिंह,खण्ड विकास अधिकारी मोनिका पाठक सहित मनरेगा विकास वन आदि विभागों से जुड़े कई अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।