सोहावल। दिल्ली के गुड़गांव शहर से होकर बिहार के सीवान जा रही बस को रास्ते में तहसीनपुर टोल प्लाजा के पास आरटीओ ने पकड़ लिया। इसके बाद बस को लाकर रौनाही थाने के सामने खड़ी करवा दिया। जिसके चलते पचासों की संख्या में यात्री हलकान रहे और भूख प्यास से तड़पते रहे। करीब आठ घंटे की लंबे इंतजार के बाद दूसरी बस मिलने पर यात्री गंतव्य को रवाना हुए। दिल्ली के गुड़गांव से चलकर बिहार के सिवान जिले को जा रही सरस्वती ट्रैवल्स ईबस्को रविवार की सुबह करीब 8ः00 बजे आरटीओ ने पकड़ लिया। शायद बस के कुछ जरूरी कागजातों की कमी के चलते बस को लाकर थाने के सामने खड़ी करवा दिया गया।
इसके बाद 50 से अधिक संख्या में बस में सवार यात्री। जिसमें महिलाएं दूध मुंहे बच्चे आदि शामिल रहे और घंटों भूख प्यास को लेकर तड़पते रहे। उनकी फरियाद सुनने वाला कोई नहीं था। यहां तक की थाने के पास उन्हें नल से पीने का पानी भी मयस्सर नहीं हो पा रहा था। मामले को लेकर बस में सवार यात्री धर्मेंद्र यादव चंदन कुमार राय,चंदन कुमार,बेचू पाल, अभिमन्यु कुमार,अमित सिंह आदि ने बताया कि बस का मालिक कह रहा है कि कागजात में कोई कमी नहीं है। जबकि आरटीओ ने बस को लाकर सीज कर दिया है। बस पकड़े जाने से यात्री घण्टो हलकान रहे और यात्रियों में शामिल कुछ लोगों को घर में शादी- विवाह आदि का प्रोग्राम था। निर्धारित समय से घर पहुंचने की सबमें जल्दी थी। कई यात्रियों के पास पैसे भी नहीं थे।
यात्रियों ने बताया कि लगभग 1500 रूपये प्रति यात्री के हिसाब से 4 यात्रियों का 5000 से 6000 रूपये बस कंडक्टर ने ले लिया है। लोगों के पास घर को जाने के लिए अतिरिक्त पैसे नहीं थे। इस बीच मीडिया कर्मियों ने प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर बस मालिक से बात की और यात्रियों की समस्या से अवगत कराया । आखिरकार लगभग 8 घंटे के लंबे इंतजार के बाद रविवार को शाम बस पहुंची। बस मालिक द्वारा दूसरी बस भेजने पर यात्री अपने गंतव्य को रवाना हो सके। इस दौरान चिलचिलातीधूप और गर्मी की वजह से सभी यात्री भूख और प्यास को लेकर तड़पते दिखायी पड़े। लेकिन उनकी मदद के लिए कोई कुछ मीडिया कर्मियों के अलावां कोई तैयार नहीं था। सब तमाशबीन बने रहे।