-सादे समारोह में हुई यादगार गोष्ठी
अयोध्या। अशफ़ाक़ उल्ला खा मेमोरियल शहीद शोध संस्थान ने महान क्रांतिकारी बटुकेश्वर दत्त की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया। होटल अवंतिका में सादे समारोह में हुई यादगार गोष्ठी में संस्थान के प्रबंध निदेशक सूर्य कांत पाण्डेय ने कहा कि सरकारों द्वारा क्रांतिकारियों की उपेक्षा का सबसे सटीक उदाहरण है। जिन्हें आजाद भारत में ब्रेड बेचकर जीवन यापन करने को मजबूर होना पड़ा।
बीमारी की अवस्था में उन्हें इलाज के लिए भगत सिंह के परिवार का सहारा मिला। श्री पाण्डेय ने कहा कि उनकी अंतिम इच्छा अपने साथी भगत सिंह की समाधि के पास अंतिम संस्कार की भगत सिंह की माता ने पूरी किया। यह वही बटुकेश्वर दत्त थे जिन्होंने भगत सिंह के साथ दिल्ली में असेंबली पर बम फेंका था। बटुकेश्वर दत्त को इस बात का बड़ा दुख था कि उन्हें फांसी की सज़ा नही दी गई। आजाद भारत में पटना के कमिश्नर द्वारा स्वतंत्रता सेनानी का प्रमाण पत्र मांगने पर तत्कालीन राष्ट्रपति ने कार्यवाई की थी।
श्रद्धांजलि सभा में पवन कुमार तिवारी, अंकित पाण्डेय, विकास सोनकर, विक्रम निषाद, शैलेंद्र सिंह, विनीत कनौजिया, सौरभ विश्वकर्मा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।