-दोस्त की पत्नी को आर्थिक मदद पर अवैध सम्बंध का हुआ शक
अयोध्या। दोस्त दोस्त न रहकर हैवान बन गया। पत्नी को आर्थिक मदद देने पर अवैध सम्बन्ध के शक पर हत्याकर शव को जमीन में गाड़ दिया। मुख्य आरोपी समेत 06 को गिरफ्तार कर पुलिस ने हत्याकांड का बृहस्पतिवार को खुलासा किया है।
प्रेस वार्ता में एसपी सिटी विजय पाल सिंह ने बताया कि पान मसाला के युवा व्यवसायी शुभम चौरसिया पुत्र करूणानिधान चौरसिया की हत्या के मामले में आरोपियों से गहन पूछताछ की गई है। मुख्य अभियुक्त सुशांत पांडे व दो सगे भाई समेत छह गिरफ्तार अभियुक्तों ने प्लान के तहत हत्या की। इसके पीछे मृत शुभम चौरसिया की ओर से मुख्य अभियुक्त की पत्नी को आर्थिक मदद दिया जाना है। रुपये देने के चलते अवैध सम्बन्धों का शक हुआ। प्लान के तहत शुभम चौरसिया को बुलाया। शुभम को साथ लेने के बाद मुख्य अभियुक्त ने फोन कर सहयोगियों को बताया कि कब्र तैयार रखो। शुभम की हत्या कर रहा हूं। जिसके बाद गला दबाकर मारडाला। कार से शव ले जाकर महराजगंज थाना क्षेत्र की पुलिस चौकी पूरा बाजार के ऐमी आलापुर में दफन कर दिया। अभियुक्तों की गिरफ्तारी के साथ घटना में प्रयुक्त कार और मोटरसाइकिल भी बरामद कर ली गई है। अयोध्या कोतवाली क्षेत्र के उर्दू बाजार का रहने वाला शुभम चौरसिया 08 मार्च की शाम से ही लापता हो गया था। मुख्य आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ के बाद 10 मार्च को ऐमी आलापुर क्षेत्र से दफन लाश को बरामद किया गया। उर्दू बाजार का रहने वाले शुभम की श्रृंगार हॉट में पान मसाला की दुकान है। शुभम चौरसिया 08 मार्च दोपहर खरीदारी के लिए नगर कोतवाली क्षेत्र के फतेहगंज गया था। शाम 4ः00 बजे उसका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया था। जिसके बाद कहीं पता नहीं चला था। जिसके बाद पिता करूणानिधान चौरसिया ने अयोध्या कोतवाली पुलिस को प्रार्थना पत्र दिया।पुलिस ने प्रकरण में अज्ञात के खिलाफ अपहरण का मुकदमा पंजीकृत किया था। सीसीटीवी फुटेज को खंगालने के बाद पुलिस संदिग्धों से पूछताछ में जुटी थी। संदिग्धों से मिली जानकारी के आधार पर बुधवार की भोर जनपद के क्राइम ब्रांच की स्वाट टीम, सर्विलांस सेल और अयोध्या कोतवाली पुलिस ने जानकारी हासिल कर आलापुर क्षेत्र में खुदाई कराई तो दफन की गई शुभम चौरसिया की लाश बरामद हो गई। परिवारी जनों ने शव की शिनाख्त कर ली। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
घटना में शामिल अभियुक्त
-सुशांत पाण्डेय निवासी कटरा पुलिस चौकी के पास थाना रामजन्मभूमि। मोहित दूबे, राहुल दूबे, सत्येंद्र उर्फ गुड्डू दुबे, रितिक गौरव सभी ऐमी आलापुर थाना महराजगंज जनपद अयोध्या व सुनील यादव उर्फ पेन्टर निवासी रसूलाबाद बाजार थाना महराजगंज जनपद अयोध्या के हैं।
प्रतीक गुप्ता बनकर शुभम से बात करता था दोस्त
-पत्नी से अवैध सम्बन्ध का शक होने पर शुभम का दोस्त सुशांत पाण्डेय दूसरे मोबाइल नम्बर से प्रतीक गुप्ता बनकर कई दिनों से फोन करता था। ताकि शुभम अकेले उसके बुलाने के स्थान पर आ जाये तथा घटना को अंजाम दे सके। इसी क्रम में सुशांत पाण्डेय व उनके मित्र ने 08 मार्च को 03 बजे दोपहर में मृतक शुभम चौसरिया को देवकाली के पास बुलाया। वहां पहुंचने पर स्विफ्ट डिजायर कार में बैठाकर तुरन्त दोनों हाथ व मुँह पर टेप लगाकर गला दबाकर हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद अभियुक्त सुशांत पाण्डेय व मोहित दूबे मृतक शुभम चौरसिया के परिवारजनों के साथ शुभम चौरसिया को ढूंढने का नाटक कर रहे थे । घटना में प्रयुक्त कार अभियुक्त मोहित दूबे के पिता के नाम से व प्रयुक्त मोटरसाइकिल अभियुक्त सुनील यादव उर्फ पेन्टर के नाम से है ।
डीआईजी ने पुलिस टीम को दिए 25 हजार इनाम
-अज्ञात घटना का अनावरण कोतवाली अयोध्या की पुलिस टीम व सर्विलांस टीम के सफल प्रयास पर डीआईजी/एसएसपी दीपक कुमार ने टीम को 25000 रुपये इनाम दिया है। कहा कि इससे जनता में पुलिस का विश्वास बढा है। गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार सिंह कोतवाली अयोध्या, वरिष्ठ उपनिरीक्षक रामेन्द्र प्रसाद वर्मा, उपनिरीक्षक विवेक कुमार सिंह चौकी प्रभारी दर्शननगर, धर्मेन्द्र कुमार मिश्रा चौकी प्रभारी नयाघाट, रामप्रकाश मिश्रा चौकी प्रभारी रायगंज, उपनिरीक्षक दीपशिखा सिंह, आरक्षी पंकज कुमार, आनन्द वर्धन, योगेश कुमार, दलवीर सिंह, अजय कुमार यादव, अभिशेष प्रताप सिंह, एसओजी टीम के संजय यादव, मनीष तिवारी, लल्लू यादव सर्विलांस टीम जनपद अयोध्या शामिल रहे।