-डंडे से गला दबाकर की थी हत्या, दो गिरफ्तार, एक फरार
अयोध्या। जनपद के पूराकलन्दर थाना क्षेत्र में अपनी प्रेमिका से मिलने गए युवक की हत्या मामले का पांच दिन बाद जनपद पुलिस ने खुलासा किया है। वारदात में शामिल दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि तीसरे को फरार बताया है।
गौरतलब है कि इसी माह 7 जून की शाम अपने मामा के लड़के के साथ अपनी प्रेमिका से मिलने पूराकलंदर थाना क्षेत्र के गाँव अंजना के माफीदार का पुरवा गये अयोध्या कोतवाली क्षेत्र के गाँव रामपुर हलवारा निवासी 20 वर्षीय विकास यादव का शव खोजबीन के दौरान पुलिस की मदद से माफीदार का पूरवा के बाहर एक गन्ने के खेत में मिला था। प्रकरण में प्रेम पसंग में हत्या किये जाने के बात सामने आई थी और पुलिस ने प्रकरण में हत्या और शव छिपाने की धारा में मुकदमा पंजीकृत किया था।
सोमवार को पुलिस लाइन सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि पूराकलंदर थाने में दर्ज इस मामले की विवेचना और छानबीन के लिए पूराकलंदर थाना पुलिस के साथ जिले की एसओजी टीम को भी लगाया गया था। छानबीन में जुटी पुलिस की संयुक्त टीम ने आज दोपहर बाद मसौधा बाजार से 19 वर्षीय बब्लू निषाद उर्फ कैण्डी व 21 वर्षीय रामजीत निषाद निवासीगण माफीदार का पुरवा, अंजना थाना पूराकलन्दर को गिरफ्तार किया है। इनके एक साथी लल्लन निषाद निवासी माफीदार का पुरवा मजरे अंजना थाना पूराकलन्दर को पुलिस की इस हत्या और शव छिपाने के मामले में तलाश है। इस अवसर पर एसपी सिटी विजयपाल सिंह, सीओ अयोध्या रामकृष्ण चतुर्वेदी, एसओजी के रत्न शर्मा और थाना प्रभारी राजेश सिंह की टीम के लोग मौजूद रहे।
मिलना लग रहा था नागवार, दी थी हिदायत
-पुलिस का कहना है कि मृतक विकास यादव का माफीदार का पुरवा निवासी एक निषाद विरादरी की युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था , जिसके चलते वह अक्सर अपनी प्रेमिका से मिलने पूराकलंदर थाना क्षेत्र के गाँव अंजना मजरे माफीदार का पुरवा आता रहता था। यह बात गाँव के अन्य युवकों को नागवार लगती थी और उन्होंने विकास यादव को गाँव के आस-पास ने दिखने अथवा अंजाम भुगतने की धमकी दी थी।
बावजूद इसके वह अपनी प्रेमिका से मिलने के लिए 7 जून की शाम को गाँव पहुंच गया। गाँव के ही रहने वाले ललन निषाद ने विकास को देख लिया और इसकी जानकारी तत्काल जाकर बब्लू निषाद उर्फ कैण्डी और रामजीत निषाद को दी। इसके बाद तीनों ने विकास को डंडा लेकर दौड़ा लिया और हमला बोल पिटाई की। मरने-पीटने के बाद डंडे से ही गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और शव को को गाँव के ही रामनेवाज मौर्य के गन्ने के खेत में छुपा दिया।