फैजाबाद। फादर्स डे/पिता दिवस के अवसर पर अयोध्या धाम समिति के तत्वावधान में शहर के मोतीबाग स्थित आभा होटल के सभागार में सम्मान समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न समाज से सात बुजुर्गों को पिताश्री की उपाधि से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि डाॅ0 एच0बी0 सिंह पूर्व प्राचार्य साकेत महाविद्यालय ने प्रभु श्रीराम के चित्र पर माल्यार्पण करके व दीप प्रज्वलन करके किया। मुख्य अतिथि तथा विशिष्ट लोगों का अयोध्या धाम समिति के अध्यक्ष संजय महेन्द्रा, समाजसेवी सुप्रीत कपूर, रवि मेहरोत्रा, कवीन्द्र साहनी, सचिन सरीन, संजय कपूर ने माल्यार्पण करके व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि डाॅ0 एच0बी0 सिंह पूर्व प्राचार्य ने कहा कि प्रेरणा कुंज हैं यह पिता। पिता ही वह शख्स होता है, बच्चों को खुद से ज्यादा कामयाब होता देखकर खुश होता है। सफलता के आसमाँ पर बच्चे की उड़ान उसे प्रफुल्लित करती है। पिता बचपन से उंगली पकड़कर चलाने से लेकर हर सुख-दुःख में बच्चों के हर कदम उनके पिता ही होते हैं। बच्चों की मुस्कुराहट के लिये पूरा जीवन पिता पुत्र को समर्पित कर देता है। अयोध्या धाम समिति के अध्यक्ष निरंकार अग्रवाल ने कहा कि बच्चों की सबसे बड़ी ताकत है पिता। यह हर बच्चों को समझने की जरूरत है। लेकिन कुछ बच्चे अपने पिता से अलग होकर पिता ही नहीं अपने को भी बहुत कमजोर कर लेते हैं। कार्यक्रम में खत्री सभा अयोध्या फैजाबाद ने भी सराहनीय भूमिका निभाने का कार्य किया। कार्यक्रम में विभिन्न समाज से आये हुए सात बुजुर्गों को पिताश्री की उपाधि से मुख्य अतिथि ने सम्मानित किया। सम्मानित होने वालों में डाॅ0 एच0बी0 सिंह पूर्व प्राचार्य, पूर्व प्रोफेसर डाॅ0 जगन्नाथ त्रिपाठी ‘जलज’, अग्रवाल समाज के मानिक चन्द्र अग्रवाल पूर्व बर्सर साकेत, सिक्ख समाज से सरदार राजेन्द्र सिंह छाबड़ा, वैश्य समाज से धीरेन्द्र कुमार आर्य पूर्व कुलपति गुरूकुल महाविद्यालय, शम्भूनाथ खन्ना एडवोकेट-आयकर बिक्रीकर, पी0एस0 टण्डन पूर्व मैनेजर स्टेट बैंक को माल्यार्पण कर, शाल ओढ़ाकर व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अयोध्या धाम समिति के अध्यक्ष निरंकार अग्रवाल व संचालन अयोध्या धाम समिति के संयोजक संजय महेन्द्रा ने किया। आये हुए लोगों को धन्यवाद कार्यक्रम संयोजक सुप्रीत कपूर ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सम्बोधित करने वालों में गिरीशचन्द्र मनचन्दा, योगी सोमेश नाथ जी महराज, धर्मसेना के संस्थापक संतोष दुबे, वेद प्रकाश राजपाल, चाणक्य परिषद के राष्ट्रीय संरक्षक कृपानिधान तिवारी, महामंत्री रवि मेहरोत्रा, कवीन्द्र साहनी, हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष पाण्डेय, संजय कपूर, सचिन सरीन, जगदीश श्रीवास्तव, आर्यकन्या इण्टर कालेज की प्रधानाचार्या मीनू कपूर, डा0 स्वदेश मल्होत्रा, संतोष गर्ग, पाटेश्वरी सिंह, योगेश्वर सिंह, निलिख टण्डन आदि लोग शामिल थे।
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