-पिछले साढ़े चार साल में विकास का पहिया तेजी से घूमा, इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेन्ट के क्रान्तिकारी कार्यों से प्रदेश की सूरत बदली
-स्व चौधरी हरमोहन सिंह जी ने जनता के सेवा व कल्याण को ही जीवन का मंत्र बनाया
लखनऊ / कानपुर । उपमुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने आज यहां कानपुर नगर में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि मोदी और योगी की सरकार की कार्यप्रणाली में असली समाजवाद देखने को मिलता है। लोहिया जी गरीब की मदद की बात कहते थे और मोदी योगी सरकार का हर कार्य गरीब का सबल बनाने की दिशा में ही किया जा रहा है। रेहडी वालों को 1000 रुपए देने की बात हो अथवा गरीब के मकान को बनवाने की बात हो अथवा गरीब के घर शौचालय बनवाने की बात हो ऐसे तमाम काम गरीब के जीवन स्तर को बेहतर बनाने की दिशा में किए जा रहे हैं।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने विकास की यात्रा को समावेशी बनाया है। नए भारत के नए उत्तर प्रदेश में 42 लाख गरीबों के आवास बनाये गए हैं। इसी प्रकार स्वच्छ भारत मिशन के तहत 02.61 करोड़ व्यक्तिगत शौचालयों का निर्माण कराया गया है। उज्ज्वला योजना में 1.56 करोड़ नि:शुल्क गैस कनेक्शन दिए गए, वहीं सौभाग्य योजना में 01 करोड़ 38 लाख से अधिक नि:शुल्क विद्युत कनेक्शन प्रदान किए गए हैं। आयुष्मान भारत के तहत 06 करोड़ लाभार्थियों को स्वास्थ्य बीमा कवर तथा 03 करोड़ प्रवासी/निवासी श्रमिकों को 02 लाख रुपये सामाजिक सुरक्षा गारण्टी दी गई है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के प्रारम्भ से अब तक 02 करोड़ 53 लाख 98 हजार किसानों को 37,521 करोड़ रुपए हस्तान्तरित किया गया है। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के माध्यम से 08 लाख 80 हजार स्ट्रीट वेण्डर्स लाभान्वित हुए हैं।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश देश में संचालित प्रधानमंत्री आवास योजना , प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना , स्मार्ट सिटी योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम जैसी योजनाओं में से 44 योजनाओं के क्रियान्वयन में पहले स्थान पर है। यूपी अन्य राज्यों के लिए उदाहरण पेश कर रहा है। तरक्की की डगर पर यूपी का सफर अब तेज रफ्तार से जारी है। विकास के चलते ही प्रदेश आज देश की दूसरी सबसे बडी अर्थव्यवस्था बन गया है। 11 लाख करोड की अर्थ व्यवस्था आज 22 लाख करोड की हो गई है। प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हो गई है। इन बदलावों के पीछे की बडी वजह सेवा और समर्पण का भाव है। प्रदेश में आज कानून का राज है। अब माफिया सरकार पर दबाव नहीं बनाते हैं बल्कि प्रदेश से भाग गए हैं। सरकार की अपराध के प्रति जीरो टालरेन्स की नीति के चलते अपराधी अपराध करने से तौबा कर रहे हैं। प्रदेश में आये अमन चैन के बाद खुशहाली की नई कहानी लिखी जा रही है।
डा शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश विकास के शिखर की ओर अग्रसर हो रहा है। पिछले साढ़े चार साल में हर क्षेत्र में विकास का पहिया तेजी से घूमा है। बुनियादी सुविधाओं के विकास के साथ ही इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेन्ट के क्रान्तिकारी कार्यों से प्रदेश की सूरत ही बदल गई है। सुशासन और कानून का राज प्रदेश की तरक्की में उत्प्रेरक का कार्य कर रहे हैं। इसी के चलते आज निवेशक उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए लालायित हो रहे हैं। प्रदेश में साढे चार लाख करोड के निवेश का आना किसी कीर्तिमान से कम नहीं हैं। पिछली सरकारों के समय में इसी प्रदेश में निवेशक आने का नाम भी नहीं लेते थे। आज हाल यह है कि कोरोना जैसे संक्रमण काल में जब कही भी निवेश की बात तक नहीं हो रही थी उस समय में प्रदेश में 56 हजार करोड रुपए के निवेश प्रस्ताव आए हैं। अभी तक यूपी में करीब तीन लाख करोड के निवेश प्रस्तावों पर कार्य आरंभ भी हो गया है। यह ऐसा कार्य है जो सूबे की जनता और युवाओं की तकदीर को बदलने वाला साबित होगा।
डा शर्मा ने कहा कि आने वाले समय में लोगों को विकास कार्यों के लोकार्पण की लम्बी श्रंखला देखने को मिलेगी। शौर्य चक्र विभूषित स्व चौधरी हरमोहन सिंह यादव जन्म शताब्दी समारोह को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के लिए जनता का कल्याण ही सर्वोपरि है। कोरोना जैसे कठिन समय में भी सरकार ने पूरी संवेदनशीलता के साथ प्रदेश के लोगों की रक्षा की। आज भी इस महामारी से लोगों को सुरक्षित करने के लिए टीकाकरण का कार्य तेजी से चल रहा है। अभी तक प्रदेश में 11 करोड 81 लाख लोगों को टीका लगाया जा चुका है। सरकार के प्रयासों की डब्लूएचओ ने भी प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि आज जिन महान विभूति के जन्म शताब्दी समारोह का आयोजन हो रहा है उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में भी तमाम योगदान दिया है।
वर्तमान सरकार ने भी विरासत में मिली खस्ताहाल शिक्षा व्यवस्था को देश की माडल शिक्षा व्यवस्था में बदलने का काम किया है। सी ग्रेड में पहुच चुकी शिक्षा व्यवस्था की गरिमा आज फिर बहाल हुई है तथा यह ए ग्रेड में पहुच चुकी है। नकल के लिए बदनाम यूपी अब नकलविहीन परीक्षा का आदर्श बन चुका है। तकनीक के प्रयोग ने परीक्षा के स्वरूप को ही बदल दिया है। आजादी के बाद पहली बार हुए पाठ्यक्रम में बदलाव से विद्यार्थियों के लिए अपने सपनों में रंग भरना आसान होगा। प्रदेश में पहली बाद डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना हुई है। इसमें करीब 76 हजार ई कंटेन्ट मौजूद है जो विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं को शान्त करने का माध्यम बन रही है।
डा शर्मा ने कहा कि नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में भी यूपी अग्रणी है। केन्द्रीय शिक्षा मंत्री ने इसके लिए यूपी की सराहना भी की है। इस बात के प्रयास हो रहे हैं कि पढाई करने के बाद विद्यार्थी रोजगार पाने अथवा देने लायक बन सकें। देश को विश्व गुरु के रूप में स्थापित करने के लिए शोध को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। विश्वविद्यालय शोध केन्द्र के रूप में उभर रहे हैं। आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश की नींव पड रही है। भ्रष्टाचार मुक्त यूपी का सपना अब हकीकत में बदल गया है। प्रधानमंत्री जी ने ऐसी व्यवस्था की है कि आज एक क्लिक मात्र पर किसी भी योजना के लाभार्थी का पूरा का पूरा पैसा उसके खाते में पहुच जाता है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जातिवाद सम्प्रदायवाद कभी भी मेरी सोंच का हिस्सा नहीं रही क्योंकि मैं एक शिक्षक हूं। शिक्षक के लिए सभी लोग बराबर होते हैं। अपने महापौर चुनाव के समय की स्मृतियों को ताजा करते हुए उन्होंने कहा कि उस चुनाव में भी संसाधनों की कमी के बावजूद सत्ताधारी दल के खिलाफ रिकार्ड विजय मिली थी। तब महापौर के चुनाव में बीजेपी को यदुवंशी समाज के अधिकांश मत प्राप्त हुए थे। यह समाज ऐसा है जो भारतीय संस्कृति और परंपरा को मानने वाला है उन्होंने कहा कि भाजपा से पहले जो जन संघ था उसमें बडी संख्या में पदाधिकारी व संगठन मंत्री इस समाज से हुआ करते थे।
उन्होंने कहा कि चौधरी हरमोहन सिंह जी का परिवार शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र में लगातार काम कर रहा है। यह एक ऐसा परिवार है जिसने भारतीय संस्कृति को आत्मसात किया हुआ है। बड़ों का सम्मान व समाज में सौहार्द्र इनकी विशेषता है। चौधरी साहब पूरे समाज के थे। इसलिए जब भी कानपुर की महान विभूतियों की बात होती है तो उनका नाम हर शख्स की जुबान पर जरूर होता है। स्व चौधरी हरमोहन सिंह जी को महान विभूति बताते हुए स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि उन्होंने जनता के कल्याण को ही जीवन का मंत्र बनाया और जनता की सेवा की। इसीलिए उन्हे शौर्य चक्र से नवाजा गया। जन सेवा की उनकी पारी सभासद से प्रारंभ होकर सांसद तक गई जो उनके त्याग और समर्पण की कहानी को कहता है।
इस अवसर पर सांसद सुखराम सिंह यादव , मोहित सिंह यादव, पूर्व सांसद डा कर्ण सिंह ,सांसद डा अशोक बाजपेई , सांसद देवेन्द्र सिंह भोले , सांसद गुना के पी यादव , एमएलसी अरूण पाठक , विधायक श्रीमती प्रतिभा शुक्ला, अनिल शुक्ला वारसी ,अध्यक्ष बिहार यादव महासभा डा कुमार इन्द्रदेव यादव , चौ0 बलराम सिंह यादव , चौ0 अभिराम सिंह यादव , अभिषेक सिंह यादव , महापौर श्रीमती प्रमिला पाण्डेय, सुनील बजाज, श्रीमती बीना आर्या , मनीष यादव प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।