-राजा अयोध्या ने किया श्री रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण अभियान कार्यालय का उद्घाटन और शुभारंभ
-समर्पित किया इक्यावन हजार का चेक
अयोध्या। मकर संक्रांति से माघ पूर्णिमा तक विश्व के सबसे बड़े सम्पर्क अभियान के लक्ष्य के साथ श्रीरामजन्मभूमि मंदिर निर्माण हेतु निधि संग्रह अभियान के अंतर्गत श्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य राजा अयोध्या विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र ने ट्रांसपोर्टनगर कार्यालय का फीता काटकर एवं दीपप्रज्वलन कर विधिवत उद्घाटन एवं इक्यावन हजार रुपये का चेक भेंट कर अभियान का शुभारंभ करते हुए कहा हम राम का दिया ही राम काज में समर्पित कर रहे हैं, जिससे राममंदिर के रूप में अयोध्या में भारतीय संस्कृति का अखण्ड गौरव पुनर्स्थापित होगा। पूज्य संत चरणों की उपस्थिति में अभियान के शुभारम्भ समारोह में अभियान प्रमुख अरुण मिश्र ने श्रीराम बल्लभाकुंज के संत चन्द्रान्शु जी महाराज एवं कौशलेश सदन अयोध्या के स्वामी हरिनारायणाचार्य, राजा विमलेंद्र प्रताप, संघ चालक शिव प्रसाद एवं सहसंघ चालक शिशिर जी का माल्यार्पण कर स्वागत करते हुए नगर अभियान समिति का परिचय कराया। इसके बाद डा पंकज मिश्र व विशाल सिंह बाबा ने ग्यारह हजार रुपये के चेक समर्पित कर श्रीराम का स्मृतिचित्र प्राप्त किया। अभियान की प्रेरणा से माइक की सेवा दे रहे ऋग्वेद व आरोग्य भारती के सदस्य होमयोपैथी चिकित्साधिकारी डॉ आशुतोष राय ने भी अपना समर्पण किया।इसके साथ नगर में चिन्हित विशिष्ट सूची के साथ प्रथम चरण के अभियान की घोषणा की गई। आशीर्वचन में स्वामी हरिनारायणाचार्य ने अभियान को वर्तमान पीढ़ी के लिए सौभाग्य एवं भावी पीढ़ी के लिए गौरव करने योग्य समय बताया। चन्द्रान्शु जी ने अपने ओजस्वी सम्बोधन में अयोध्या के पौराणिक गौरव की पुनर्स्थापना को विकास का प्रशस्त मार्ग बताते हुए जन मन का गिलहरी सम समर्पण में जुड़ने का आह्वान किया। कार्यक्रम का संचालन डा उपेन्द्रमणि त्रिपाठी ने किया। इस अवसर पर पालक अधिकारी शिवम , रवि प्रकाश,मातृ मण्डल की संयोजिका पुष्पमालती पांडेय, कनक श्रीवास्तव,सुनील दुबे, हरिश्चंद्र शर्मा, नितिन पांडेय, सत्येंद्र प्रताप सिंह, दीपक पांडेय, शोभनाथ, टोनी, विजय बहादुर, संजय श्रीवास्तव, अंकित मिश्र, एडवोकेट धीरेन्द्र मणि त्रिपाठी, एडवोकेट रंजीत मिश्र, ऋषिकेश यादव एवं सैकड़ों की संख्या में सामान्य जन माताएं बहनों ने अभियान में सहयोग समर्थन का संकल्प लिया।