मंदिरों से रविवार को निकलेगी भव्य रामबारात, रंगमहल मंदिर में वधूपक्ष की ओर से शामिल होगें भाजपा के प्रदेश अघ्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह
अयोध्या। रामनगरी में श्रीरामविवाहोत्सव का उल्लास शिखर पर पहुंच चुका है। अगहन शुक्ल पंचमी रविवार को रामनगरी के दर्जनों मंदिरों से भगवान श्रीराम की भव्य रामाबारात निकाली जाएगी। रामबारात से लेकर अगवानीए द्वारचार व विवाह के रस्म की तैयारी अंतिम दौर में हैं। मंगल गीतों की ध्वनि रामनगरी के मठ-मंदिरों में गूंज रही है।
रामकोट स्थित रामनगरी के सिद्धपीठों में शुमार रंगमहल मंदिर में भी रामविवाहोत्सव की छटा निराली होती है। प्राचीन रंग महल भी सख्य परंपरा का वह स्थान है जहां आचार्य परंपरा का अनुपालन अक्षरषरू आज भी किया जाता है। यहां भगवान सीता राम विवाह उत्सव 200 वर्ष पुराने काष्ठ के ही मंडप में कराया जाता है । रंग महल मधुर भाव धारा के प्रतिनिधि राम विवाह उत्सव एवं झूलन उत्सव के लिए जाना जाता है भावपूर्ण उत्सव धर्मिता रंग महल की जड़ों में समाहित है। रंग महल के महंत रामषरण दास कहते हैं कि संस्थापक आचार्य स्वामी सरयू शरण जी ने इस पौराणिक स्थल का जीर्णोद्धार करीब 200 वर्ष पूर्व कराया था और उनकी ओर से जिन परंपराओं का शुभारंभ किया गया उनका अनुपालन नियम पूर्वक होता चला आ रहा है। बताया कि यहां एक अनूठी परंपरा है कि भगवान के विग्रह की अष्टायाम सेवा होती है। विवाहोत्सव करीब 200 वर्ष पुराने काश्ठमंडप में संपन्न कराया जाता है। प्रतिदिन हो रहा रामलीला मंचन आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। बताया कि गाजे-बाजे, हाथी, घोड़े के साथ अगहन शुक्ल पंचमी एक दिसंबर को मंदिर से भव्य रामबारात निकाली जाएगी। वधू पक्ष की तरफ से भाजपा के प्रदेष अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह शामिल होगें। इसी तरह रामनगरी के अन्य मंदिरों में उत्सव का उल्लास चरम पर पहुंच चुका है। विअहुति भवन में विवाहोत्सव की धूम है। यहां मिथिला व अवध की संस्कृति का अद्भुत संगम विवाह के उत्सव में नजर आ रहा है। जानकी महल ट्रस्ट में रामविवाहोत्सव का उल्लास चरम पर पहुंच गया है। यहां भारत के कोने.कोने से करीब एक हजार भक्त उत्सव में शामिल होने के लिए पहुंच चुके हैं। श्रीरामबल्लभाकुंज में रामकथा सहित अन्य धार्मिक आयोजन श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। कनकभवन, लक्ष्मणकिला,श्रीरामहर्षण कुंज, रसमोदकुंज सहित अन्य मंदिरों से भव्य रामबारात निकालने की तैयारी पूरी हो चुकी है।