-ट्रेन पर करीब 132 यात्री सवार, करेंगे दर्शन पूजन
अयोध्या। दिल्ली के सफदरगंज से चलकर रामायण एक्सप्रेस ट्रेन सोमवार की सुबह रामनगरी के अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन पर पहुंची, ट्रेन पर करीब 132 यात्री सवार हैं। अयोध्या कैंट स्टेशन पहुंचने पर रेलवे के अधिकारियों ने रामायण एक्सप्रेस में यात्रियों का फूल माला से स्वागत किया। यहां से सभी यात्री बस पर सवार होकर अयोध्या धाम के लिए रवाना हुए।
अयोध्या धाम पहुंचकर सभी यात्री राम जन्मभूमि में विराजमान रामलला, हनुमानगढ़ी, कनक भवन और नागेश्वर नाथ समेत अन्य मंदिरों में दर्शन पूजन करेंगे। दर्शन पूजन के बाद सभी यात्री अयोध्या से वापस अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन आएंगे और यहां से रामायण एक्सप्रेस ट्रेन में सवार होकर वाराणसी के लिए रवाना होंगे।
-रामायण एक्सप्रेस राम के जीवन से जुडे़ स्थलों का करा रही भ्रमण
-दिल्ली के सफदरगंज से चलकर रामायण एक्सप्रेस ट्रेन सोमवार की सुबह रामनगरी के अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन पर पहुंची, ट्रेन पर करीब 132 यात्री सवार हैं। अयोध्या कैंट स्टेशन पहुंचने पर रेलवे के अधिकारियों ने रामायण एक्सप्रेस में यात्रियों का फूल माला से स्वागत किया। इंडियन रेलवे कैटरिंग एण्ड टूरिज्म कॉरेपोशन ने धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने लिए व केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘देखो अपना देश के तहत श्री रामायण यात्रा एक्सप्रेस ट्रेन चलायी है। इस ट्रेन के माध्यम से पर्यटकों को श्रीराम के जीवन से जुडे़ पौराणिक स्थलों मठ व मंदिरों की यात्रा कराना है। इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए आईआरसीटीसी की ओर से रविवार को दिल्ली के सफदरगंज रेलवे स्टेशन से श्री रामायण एक्सप्रेस ट्रेन को रवाना किया गया। यह ट्रेन सोमवार को प्रातः अयोध्या कैंट स्टेशन पहुंची।
तीर्थ यात्रियों को सुविधा देने के लिए दिल्ली से रवाना हुई इस ट्रेन का पहला पड़ाव अयोध्या था किन्तु एक घंटा विलम्ब से पहुंची स्पेशल ट्रेन को अयोध्या कैंट स्टेशन पर ही रोक लिया गया। यहां ट्रेन में सवार सभी 135 पयर्टकों को माला फूल से सम्मानित किया गया। इसके बाद उनको बसों से अयोध्या स्थित श्रीराम जन्मभूमि ,हनुमानगढी, नन्दीग्राम भरतकुण्ड आदि स्थालों का दर्शन कराने के लिए बसों से पहुंचाया गया।
अयोध्या कैंट स्टेशन के मुख्य वाणिज्य निरीक्षक अजय प्रताप सिंह ने बताया कि रामायण यात्रा एक्सप्रेस ट्रेन की यात्रा 17 दिन की है। अयोध्या के बाद इसका अगला पड़ावा बिहार है जहां सीतीमढ़ी, सीता जन्म स्थान, जनकपुर में राम जानकी मंदिर का दर्शन कराया जाएगा। इसके बाद ट्रेन वाराणसी के लिए रवाना होगी। पर्यटक बसों से वाराणसी, प्रयाग, श्रृंगवेरपुर,चित्रकूट स्थित मंदिरों के दर्शन करेंगे। इसके बाद नासिक में त्रयंबकेश्वर व पंचवटी के दर्शन करेंगे। अगला पढ़ाव हम्पी होगा जहां प्राचीन किनिष्किन्धा का दर्शन कराया जाएगा। अन्तिम पढ़ाव रामेश्वरम होगा। जहां रामायण एक्सप्रेस ट्रेन 20 नवम्बर को पहुंचेगी। 23 नवम्बर को दोबारा दिल्ली पहुंचेगी।