-प्रकाश व्यवस्था में आधुनिक तकनीक का प्रयोग : चंपत राय
अयोध्या। श्रीरामजन्मभूमि परिसर में बनाए जा रहे रामलला के मंदिर निर्माण में आधुनिक तकनीक के प्रयोग होगा। मन्दिर की प्रकाश व्यवस्था ऐसी रहेगी कि सूर्य किरणों से रामलला का रामनवमी को अभिषेक होगा। मंगलवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने उक्त जानकारी दी।
बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरिक्ष वैज्ञानिकों से ऐसी अपील की है कि ऐसी तकनीक खोजें ताकि सूर्य की किरणों से रामलला का अभिषेक हो सके। बताया कि मन्दिर निर्माण समिति की मंगलवार की बैठक में राम मंदिर में प्रकाश व सुरक्षा व्यवस्था पर भी चर्चा की गई। मंदिर के अंदर विशेष अवसरों पर किस तरह का प्रकाश व्यवस्था हो।मंदिर का बाहरी भाग कैसे प्रकाशित हो। प्रकाश को सदैव एक सा रहने का प्रयास रहे। तथा आम दिनों में प्रकाश व्यवस्था कैसा हो इस पर चर्चा की गई। इसी तरह त्योहार, जन्मोत्सव के अवसर पर लाइटिंग की व्यवस्था पर भी चर्चा की गई।
ट्रस्ट महासचिव ने बताया कि राम मंदिर के अंदर दीवारों व खंभो परमूर्तियां बनाई जाएंगी साथ ही परकोटा के अंदर भी मूर्तियां बनाई जाएंगी। बताया कि दशावतार, नवग्रह, शक्ति पीठ आदि की मूर्तियां बनाई जाएंगी। मन्दिर में बिजली के लिए आधुनिक तकनीक का प्रयोग होगा। न कि बिजली के लिए तारों का। जिस तरह से साउंड सिस्टम बेतार का होता है ठीक उसी तरह बेतार प्रकाश व्यवस्था होगी। इसके साथ ही मंदिर में हमेशा भजन बजता रहेगा।
सुरक्षा में भी आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। बैठक की अध्यक्षता राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने की। बैठक में ट्रस्ट के पदाधिकारी सदस्य के अलावा टाटा कंसल्टेंसी व एलएनटी के एक्सपर्ट भी मौजूद रहे।