प्रभु राम से जुड़ी स्मृतियों को भी संजोए जाने की आवश्यकता
अयोध्या। विश्व का विशालतम राम मंदिर निर्माण तथा अपनी अन्य आठ सूत्रीय मांगों को लेकर हिंदूवादी संगठनों द्वारा चलाई जा रही मुहिम को दिनोंदिन सफलता मिलती दिखाई दे रही है पूर्व में ट्रस्ट द्वारा जहां 128 फुट मंदिर बनाने की घोषणा की गई थी वही हिंदूवादी संगठनों के विरोध और संघर्ष के दबाव में आते हुए इसकी ऊंचाई 161 फुट की गई है किंतु हिंदूवादी संगठन अभी इस ऊंचाई पर राजी नहीं है उनकी मांग कम से कम 251 मीटर की है जिसके लिए वे निरंतर संघर्ष और प्रमुख संतों तथा आमजन से संपर्क करने में लगे हुए हैं संपर्क की इसी कड़ी में हिंदूवादी संगठनों का प्रतिनिधिमंडल अयोध्या के दशरथ गद्दी बड़ा स्थान के प्रमुख संत बिंदुगाद्याचार्य स्वामी देवेंद्र प्रसादाचार्य से मिला पत्रक को पढ़ने के उपरांत स्वामी देवेंद्र प्रसादाचार्य द्वारा की जा रही है मांग का पूर्ण समर्थन करते हुए प्रपत्र पर हस्ताक्षर कर दिए गए, स्वामी देवेंद्र प्रसाद आचार्य ने कहा विश्व का अलौकिक और अद्भुत मंदिर बनाए जाने की आवश्यकता है साथ ही साथ भगवान राम से जुड़ी हुई स्मृतियों को भी संजोए जाने की आवश्यकता है, 251 मीटर का मंदिर निश्चित रूप से विश्व में आलौकिक होगा ट्रस्ट को इस विषय पर गंभीरता पूर्वक सोचना चाहिए, हिंदूवादी संगठनों के कार्य पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि संघर्ष करते रहिए संपूर्ण संत समाज आपके साथ खड़ा हुआ है बाबरी विध्वंस के आरोपी व धर्म सेना के संस्थापक प्रमुख संतोष दूबे ने संतों द्वारा किए जा रहे सहयोग पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि हिंदू समाज आपका सदैव ऋणी रहेगा हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष पांडेय ने जानकारी देते हुए बताया कि 1111 हस्ताक्षर युक्त प्रपत्रो पर संतों और आमजन का सहयोग अविस्मरणीय है जब-जब संतो ने अधर्म के नाश के लिए धर्म ध्वजा धारण की है तब तक हिंदू समाज में क्रांति का संचार हुआ है, हस्ताक्षर का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 5 अगस्त के आगमन पर उन्हें यह हस्ताक्षर े प्रपत्र सौंपे जाने की योजना है हस्ताक्षर अभियान में धर्म सेना के प्रदेश अध्यक्ष रवि शंकर पांडेय तथा अजय द्विवेदी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।