महीनों से जलापूर्ति पाइप फटी, पेयजल की हो रही बर्बादी
अयोध्या। आधारभूत पंचतत्वों में से एक जल हमारे जीवन का आधार है। जल के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। इसलिये कवि रहीम ने कहा है- ‘‘रहिमन पानी राखिये बिना पानी सब सून। पानी गये न उबरै मोती मानुष चून।’’ यदि जल न होता तो सृष्टि का निर्माण सम्भव न होता। यही कारण है कि यह एक ऐसा प्राकृतिक संसाधन है जिसका कोई मोल नहीं है जीवन के लिये जल की महत्ता को इसी से समझा जा सकता है कि बड़ी-बड़ी सभ्यताएँ नदियों के तट पर ही विकसित हुई और अधिकांश प्राचीन नगर नदियों के तट पर ही बसे। जल की उपादेयता को ध्यान में रखकर यह अत्यन्त आवश्यक है कि हम न सिर्फ जल का संरक्षण करें बल्कि उसे प्रदूषित होने से भी बचायें। इस सम्बन्ध में भारत के जल संरक्षण की एक समृद्ध परम्परा रही है किंतु इसके ठीक विपरीत विकास खंड पूरा बाजार के दर्शन नगर बाजार में ग्राम प्रधान व जिम्मेदार विभाग की घोर लापरवाही के चलते पेयजल सप्लाई पाइप जगह जगह फट जाने से विगत 8 महीनों से पेयजल सड़कों पर नालियों में बह रहा है इस चिलचिलाती धूप में सड़कों पर पानी इस कदर भरा हुआ है जैसे बारिश के मौसम में सड़कों पर पानी भरा होता है बाजार वासियों को पानी में घुसकर आना और जाना पड़ रहा है पानी की बर्बादी को देख कर हर किसी का मन व्यथित हो उठता है
दर्शन नगर बाजार निवासी वयोवृद्ध मुन्ना बताते हैं कि बाजार के मुख्य मार्ग पर विगत 8 महीनों से पानी भरा हुआ है यही नहीं मुख्य मार्ग से जाने वाली सड़कों पर भी पानी की टंकी का जल भरा है पानी में घुसकर आना जाना पड़ता है हमारी इस दुश्वारियां का कोई हाल लेने वाला नहीं है।
आलोक गुप्ता बताते हैं कि महीनों से सप्लाई की पाइप फटी हुई है जिससे पेयजल की बर्बादी हो रही है शिकायत के बाद भी पाइप बदली नहीं जा रही है।
राजू चैरसिया कहते हैं कि पानी की टंकी से सप्लाई प्रतिदिन की जा रही है पानी चाहे सड़क पर बह या नालियों में इसकी परवाह किसी को नहीं है पानी की टंकी के बगल मत्स्य पालन किया गया जिसमें जल भराई का काम सप्लाई के पानी से ही किया जा है। प्रदीप विश्वकर्मा कहते हैं कि हमारा देश पेयजल की समस्या से उबरने के लिए जल संरक्षण की कई योजनाओं को चलाकर लोगों को जागरूक कर रहा है किंतु इसकी हवा दर्शन नगर बाजार के जिम्मेदारों को नहीं लगी शायद यही कारण है महीनों से जल की बर्बादी हो रही जिसे देख कर हमारा मन व्यथित और व्याकुल होता है।
- सीएम यादव