-मरकजी अंजुमन तबलीगे जमात अहले सुन्नत के तत्वावधान में निकाला गया जुलूस, जगह-जगह लगे लंगरे रसूल
अयोध्या। सरकार की आमद मरहबा की सदाओं के साथ सोमवार को नगर में जुलुसे मोहम्मदी अपनी कदीमी शान के साथ निकला। जामा मस्जिद टाटशाह से निकले जुलूस में शहर की साठ से अधिक अंजुमनों ने शिरकत करते हुए नाते पाक से शहर को गुंजायमान कर दिया। जुलूस की कयादत शहर काजी मुफ्ती शमशुल कमर और रहनुमाई जनरल सेक्रेटरी गुलाम अहमद सिद्दीकी ने की। इस मौके पर सर्व धर्म समभाव के तहत सभी धर्मों के लोगों ने जुलूस में शिरकत की। जुलूस के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही।
ईद उल मिलादुन्नबी के पावन अवसर पर निकलने वाला कदीमी जुलूस जुलूसे मोहम्मदी सोमवार को अपने रवायती अंदाज में जामा मस्जिद टाटशाह से निकला। परम्परागत पोशाक में उलेमाओं ने जुलूस की अगुवाई की और अखाड़ों ने जगह-जगह अपने करतब पेश किए। जामा मस्जिद टाटशाह से निकला जुलूसे मोहम्मदी बजाजा होता हुआ सबसे पहले चौक घंटाघर पहुंचा जहां विभिन्न अंजुमनों ने शिरकत करते हुए एक घंटे तक अपने करतब पेश किए। इसके बाद नाते पाक की सदाओं के बीच जुलूस आगे बढ़ता हुआ चौक से रिकाबगंज चौराहे पहुंचा। लोगों की भारी भीड़ के बीच जुलूसे मोहम्मदी में विभिन्न अंजुमनों द्वारा नाते पाक का नजराना पेश करते हुए ईद उल मिलादुन्नबी की फजीलत बयान की गई। रिकाबगंज चौक रोड पर जुलुसे मोहम्मदी के दौरान सड़क के दोनों ओर सजावट के साथ लंगरे रसूल का भी इंतजाम किया गया जहां लोगों ने बड़ी संख्या में शिरकत की।
खास बात यह रही कि इस दौरान सड़क के दोनों ओर बने गणेश पूजा पंडालों द्वारा जुलूसे मोहम्मदी को लेकर समन्वय का प्रदर्शन किया गया। दोपहर चार बजे तक रिकाबगंज रोड पर ठहरने के बाद जुलूस जिला महिला अस्पताल रोड पर मुड़ा और कसाबबाड़ा से होता हुआ फतेहगंज चौराहे पहुंचा जहां एक बार फिर अखाड़ों ने विभिन्न करतब पेश करते हुए लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया।
मीडिया प्रभारी मोहम्मद आतिफ ने बताया कि जुलूस पूरी शान और शौकत व परंपरा के साथ निकाला गया। उन्होंने बताया कि कुल साठ अंजुमनों ने अखाड़े के जरिए अपने शौर्य का प्रदर्शन किया जो काबिले तारीफ रहा। इसके बाद फतेहगंज से आगे बढ़ते हुए जुलूस सुभाषनगर पहुंच जहां लोगों द्वारा जुलूस का स्वागत किया गया। जुलूस का समापन जामा मस्जिद टाटशाह पहुंच कर हुआ।जुलुस मोहम्मदी में अलग अलग तरीके से लोगों ने विभिन्न झांकियों का भी प्रदर्शन किया। इस दौरान जुलूस के पूरे मार्ग पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। गणेश पूजन को देखते हुए पूजा पंडालों पर पुलिस बल तैनात रहा। जुलूस में मुख्य रूप से डॉ इरफान, हाजी वसीम, मौलाना फैसल हाशमी, मौलाना बशीर, मोहम्मद तौफीक, मंसूर प्रधान, मतीन खान, सिराजुल हक समेत तमाम उलेमा और गणमान्य नागरिक शामिल रहे। इस दौरान चौक में शादाब खान की ओर से जुलुसे मोहम्मदी का स्वागत किया गया। पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय, हामिद जाफर मीसम, समाजसेवी हाजी आफाक अहमद खान आदि मौजूद रहे।
वहीं हर साल की तरह इस साल भी जश्ने ईद मिलादुन्नबी के मौके पर लंगरे रसूल का आयोजन किया गया। जिसका नेतृत्व समाजसेवी उज्मी सिद्दीकी ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ बीएम तिवारी पूर्व पुलिस उपाधीक्षक और मकसूद सिद्दीकी के द्वारा किया गया। इसमें हजारों की संख्या में लोगों ने भाग लिया। इसके अलावा शनिवार रात पूरा शहर जगमग करता रहा। विभिन्न अंजुमनों द्वारा सेवा के लिए पंडाल लगाए गए।
हजरत मुहम्मद साहब के जन्मदिन के मौके पर जुलूसे मोहम्मदी का स्वागत पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडे पवन व महानगर अध्यक्ष श्याम कृष्ण श्रीवास्तव के नेतृत्व में चौक पर किया गया, पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडे व महानगर अध्यक्ष श्याम कृष्ण श्रीवास्तव ने पार्टी नेताओ के साथ मौलाना शमसुल कमर, टाटशाह कमेटी के सेक्रेट्री सिराजुल हक,सहित सभी को शाल व माला पहनाकर स्वागत किया , पूर्व मंत्री का भी जूलूस में जगह जगह स्टेज पर स्वागत किया गया,
इस मौके पर पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडे ने कहा कि कहा कि मोहम्मद साहब ने इस्लाम के लिए शांति और भाईचारे का प्रचार किया.उनका जीवन भाईचारे और मोहब्बत का उदाहरण प्रस्तुत करता है. हमें चाहिए कि हम उनकी जयंती पर उनके जीवन के मूल्यों जैसे सच्चाई, इंसाफ और आपसी मोहब्बत को अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में अपनाएं महानगर अध्यक्ष श्याम कृष्ण श्रीवास्तव ने कहा कि मुहम्मद साहब के जन्मदिन पर सभी को बधाई देता हूं,मोहम्मद साहब के विचार हमें बेहतर इंसान बनने के लिए प्रेरित करते हैं,
इस मौके पर महानगर अध्यक्ष श्याम कृष्ण श्रीवास्तव, महासचिव हामिद जाफर मीसम, मंसूर इलाही,शादाब ख़ान, मो सुहैल, शिवांशु तिवारी,इमरान खान ईशा कुरेशी, दान बहादुर सिंह, मंजीत यादव, वसी हैदर गुड्डू,आकिब खान , शाहबाज लकी, नूर बाबू,अनस खान ,महमुद खान, इश्तियाक खान , इत्यादि लोग मौजूद थे
सोहावल प्रतिनिधि के अनुसार पैगंबरे इस्लाम हजरत मुहम्मद साहब के जन्मदिन के मौके पर सोहावल तहसील क्षेत्र के रौनाही ,कोला,मंगलसी,शेखपुर जाफर,खिरौनी नगर पंचायत बड़ागांव आदि गांवों से जुलूसे मोहम्मदी बड़े ही अकीदत और अदबो-एहतेराम के साथ सोम वार को निकला।इस मौके पर दर्जन अंजुमनों ने नात का नजराना पेश किया और जुलूस में शिरकत करते हुए माहौल को इश्के रसूल से रूबरू करा दिया। बता दें कि अरबी महीना के माहे रविउल अव्वल की 12 तारीख को पैगंबरे-इस्लाम हज़रत मोहम्मद साहब का जन्मदिन पूरी दुनिया में बड़े ही शानो शौकत के साथ मनाया जाता है।
इसी क्रम में रौनाही में एक दिन पूर्व यानी की 12 रविउल अव्वल की रात पूरे गांव को लाइटों के कुमकुमो और इस्लामी बैनर वा झंडों से सजाया गया ।वही सुचित्तागंज नहर पुल पर किसान यूनियन के नेता फरीद अहमद द्वारा जुलूसे मोहम्मदी का भव्य इंतजाम किया इस जलसे हिदू मुस्लिम एकता की मिसाल देखने को मिली।इस अवसर पर बोलते हुए किसान नेता फरीद अहमद ने बताया कि हमारे क्षेत्र में हर त्यौहार को सभी धर्मो के लोग मिलजुलकर गंगा जमुनी तहजीब के साथ मनाते हैं।इस अवसर पर मुख्य रूप , मौलाना शाहिद खान हाफिज अब्दुल सलाम हाफिज इसरक अंसारी किसान नेता वरिष्ठ प्रदेश सचिव फरीद अहमद, चेयरमैन प्रतिनिधि राम सुमेर भारती सभासद अबरार खान, दानिश खान सिराज अहमद शकील अहमद समीर अहमद आदि सहित बच्चों के साथ बड़ी संख्या में लोग शामिल रहे।
ईद मिलादुन्नबी पर मरीजों को वितरित किया फल
अयोध्या। दावत-ए-इस्लामी इंडिया के एक विभाग, गरीब नवाज रिलीफ फाउंडेशन (जीएनआरएफ) द्वारा जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी के मुबारक मौके पर जिला अस्पताल और केयर हॉस्पिटल में बीमार मरीजों को फल वितरित (तक़सीम) किए गए। इस दौरान गरीब नवाज रिलीफ फाउंडेशन की टीम और वॉलंटियर्स ने मिलकर तकरीबन 227 फल के पैकेट तैयार किए थे, जिन्हें अस्पताल में भर्ती मरीजों के बीच बांटा गया। इस नेक कार्य में (जीएनआरएफ) की पूरी टीम और वॉलंटियर्स ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपने सेवा भाव से समाज में एक मिसाल पेश की। इस फल वितरण का मुख्य उद्देश्य ईद मिलादुन्नबी की खुशी को जरूरतमंद और बीमार मरीजों के साथ साझा करना था, ताकि उन्हें भी इस मुबारक दिन की खुशियों में शामिल किया जा सके। गरीब नवाज रिलीफ फाउंडेशन ने हमेशा से ही समाज के हर वर्ग की भलाई के लिए कार्य किए हैं और आगे भी इसी तरह के सामाजिक कार्यों को जारी रखने का वादा किया है।