गोसाईगंज। गोसाईगंज नगर के दीक्षा विद्यालय में प्राचार्य सुनील गुप्ता ने अभिभावकों के साथ बैठक किया। अभिभावकों को उनके बच्चों के पीरियोडिक परीक्षा 1 के प्रदर्शन को बताया गया। अभिभावकों और विद्यालय के शिक्षकों के शैक्षिक एवं कला से जुड़े गतिविधियों पर चर्चा हुई। प्राचार्य और अभिभावकों के बीच आगे विद्यालय के छात्रों के शैक्षिक विकास के लिये विचारों का आदान-प्रदान किया। अभिभावकों की जिज्ञासा पर उन्हें बच्चों की कापियां भी दिखाई गई। आए हुए बच्चों के पेरेंट्स को प्रधानाचार्य सुनील गुप्ता ने बताया कि कुछ पेरेंट्स को लगता है कि उनका बच्चा तो स्कूल में बहुत अच्छा कर रहा है, तो उन्हें पीटीएम में जाने की क्या जरूरत है? लेकिन आपके बच्चे के विकास से जुड़ी कुछ बातें तो स्कूल जाने पर ही पता चलती है, इसलिए आपको अपने बच्चे की हर प्रोग्रेस जानने के लिए पीटीएम में जाना चाहिए। दरअसल, अभिभावक और टीचर्स के आपस में बातचीत का मुख्य मकसद बच्चों को आत्मनिर्भर बनाना होता है। उसके व्यक्तित्व से जुड़ी बातों को एक-दूसरे से शेयर करना और उसकी कमियों को जानना भी है। पेरेंट्स मीटिंग में अध्यापक राजेश पाठक ने कहां कि पीटीएम में आपकी अपने बच्चे के दोस्तों के पेरेंट्स से भी मुलाकात होती है। इससे आप उन पेरेंट्स से भी पेरेंटिंग के कुछ अनमोल सुझाव ले सकते हैं। समय-समय पर बच्चों के साथ बैठकर इत्मीनान से पता करें कि उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी तो नहीं है। स्कूल से संबंधित अगर कोई समस्या है, तो इस पर टीचर से अवश्य बात करें। टीचर से इस बात के बारे में भी जानें कि आपका बच्चा अनुशासित है या नहीं। वह आपको बच्चे के साथ अनुशासित रहने और उसको अनुशासन सिखाने में आपको जरूर कुछ टिप्स देंगे।
शैक्षणिक स्तर पर बच्चे में जो कुछ भी कमियां हैं, उसे दोनों तरफ से प्रयास करके, दूर करने की कोशिश करना भी है। इतने अच्छे उद्देश्य होने के बावजूद पीटीएम को लेकर टीचर्स और पेरेंट्स कुछ खास उत्साहित नहीं होते है। इसे हम महज औपचारिकता भर मान लेते हैं। जिस तरह के माहौल में आज के बच्चे जी रहे हैं, उसको ध्यान में रखकर जरूरी हो गया है कि पेरेंट्स स्कूल टीचर से मिलकर अपने बच्चे के बारे सब कुछ जानें। इस मौके पर राजेश कुमार पाठक दिलीप गुप्ता राजेश पांडे रामजी गुप्ता शिक्षिका बिंदु जयसवाल ज्योति गुप्ता मंजू गुप्ता निकेता तिवारी अनुराधा गुप्ता मौजूद रहे।
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