44 दिन तक रामनगरी अयोध्या को करेगी सुगंधित
अयोध्या। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए मंगलवार से अनुष्ठान की शुरुआत हो गई। प्राण-प्रतिष्ठा महोत्स के लिए गुजराज के वडोदरा से आई 108 फीट लंबी अगरबत्ती को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने अंतरराष्ट्रीय बस स्टैंड पर पूजन-अर्चन के बाद जलाया। गुजरात निवासी अगरबत्ती का निर्माण करने वाले बिहा भाई बरवाड़ ने बताया कि प्राण-प्रतिष्ठा के लिए बनाई गई 3,610 किलो वजनी व 108 फीट लंबी इस अगरबत्ती को बनाने में गाय के घी व हवन सामग्री का इस्तेमाल किया गया है।
यह अगरबत्ती 44 दिन तक जलती रहेगी। विहिप के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने बताया कि विशालकाय अगरबत्ती को राम जन्मभूमि परिसर तक पहुंचाना संभव नहीं था। ऐसे में उसे शहर से सटे अयोध्या धाम बस स्टैंड परिसर के अंदर ही रखकर यही जलाया गया है। रामभक्तों की ओर से आ रहे भेंट का सम्मान करना हमारा धर्म है। ऐसे में ट्रस्ट अध्यक्ष व मणिराम दास छावनी के महंत नृत्य गोपाल दास ने इसे स्वीकार किया और अपने हाथों से जलाया।
अतिथियों के लिए उच्चस्तरीय प्रोटोकॉल समिति गठित
अयोध्या। रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में 22 जनवरी को शामिल होने आ रहे देश-विदेश के विशिष्ट जनों के स्वागत और सम्मान के लिए सरकार ने उच्च स्तरीय प्रोटोकॉल समिति का गठन किया है। समिति में शामिल शासन-प्रशासन के आला अधिकारियों को प्रोटोकॉल के मुताबिक आमंत्रित अतिथियों के स्वागत, विदाई, प्रवास , भोजन, परिवहन और समुचित श्रेणी की सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने की हिदायत दी है। विशेष सचिव मुख्यमंत्री व प्रोटोकॉल प्रथमेश कुमार की ओर से पत्र मिलने के बाद जिलाधिकारी नितीश कुमार ने एसएसपी,एडीएम सिटी,सिटी मजिस्ट्रेट और क्षेत्रीय प्रबंधक रोडवेज को आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है।
शासन ने प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री गृह एवं प्रोटोकॉल की अध्यक्षता में गठित इस समिति में सचिव गृह विभाग, मंडलायुक्त लखनऊ व अयोध्या, पुलिस आयुक्त लखनऊ, विशेष सचिव मुख्यमंत्री एवं प्रोटोकॉल, राज्य संपत्ति अधिकारी, प्रबंध निदेशक पर्यटन व राज्य सड़क परिवहन निगम, विशेष सचिव संस्कृति विभाग, जिलाधिकारी लखनऊ, अयोध्या व बाराबंकी, एसएसपी अयोध्या व एसपी बाराबंकी, निदेशक नागरिक उड्डयन विभाग, अपर जिलाधिकारी प्रोटोकॉल लखनऊ, प्रभारी अधिकारी प्रोटोकॉल बाराबंकी व अयोध्या को सदस्य नामित किया है। समिति को अतिथियों की गरिमा के अनुरूप व्यवस्थाओं की उपलब्धता के लिए सक्षम स्तर के प्रोटोकॉल अधिकारियों व कार्मिकों की तैनाती का निर्देश दिया है। वहीं पुलिस विभाग को सक्षम स्तर के नोडल अधिकारी नामित कर प्रोटोकॉल के मुताबिक सुरक्षा उपलब्ध कराने की हिदायत दी गई है।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आ रहे अति विशिष्ट व विशिष्ट जनों को उनकी गरिमा व सुरक्षा श्रेणी के मुबाबिक व्यवस्था उपल्ब्ध कराने की कवायद शुरू कर दी है। सभी के आगमन और प्रस्थान से लेकर रुकने, भोजन और विचरण का पूरा ब्योरा श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से समन्वय कर तैयार किया जा रहा है। किस अतिथि को कहां से रिसीव करना है और किस रूट से उनके ठहरने के स्थान और कार्यक्रम स्थल ले जाना है, का पूरा खाका खींचा जा रहा है। अतिथियों के प्रोटोकॉल के मुताबिक उनसे समन्वय, उनकी सुरक्षा, आवागमन के लिए उचित साधन आदि के लिए विशेष टोलियां तैयार की जा रही है और पुलिस की ओर से स्कोर्ट और सुरक्षा और निगरानी दस्ता बनाया जा रहा है।