-कागज का टुकड़ा दिखने वाला डाक टिकट अमूल्य दस्तावेज : हरे कृष्ण यादव
अयोध्या। डाक विभाग द्वारा दीन दयाल स्पर्श योजना (डाक टिकटों के प्रति अभिरुचि तथा इस क्षेत्र में शोध कार्य के प्रचार-प्रसार हेतु छात्रवृत्ति) के अन्तर्गत लिखित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन हुआ डाक विभाग ने दीन दयाल स्पर्श छात्रवृत्ति योजना की प्रश्नोत्तरी परीक्षा रविवार को मेथोडिस्ट गर्ल्स इण्टर कालेज में सम्पन्न कराई ।
अयोध्या मण्डल में कनौसा कान्वेंट गर्ल्स इण्टर कालेज, सरयू इंटरनेशनल स्कूल, आर्मी पब्लिक स्कूल से कुल 203 विद्यार्थियों ने प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया । दीन दयाल स्पर्श छात्रवृत्ति योजना प्रतियोगिता VI से IX तक के विद्यार्थियों के लिए आयोजित किया गया, जिसके अंतर्गत प्रत्येक कक्षा के 10-10 विद्यार्थियों को उत्तर प्रदेश में कुल 40 विद्यार्थियों का चयन किया जायेगा जिन्हें रु० 6000.00 की छात्रवृत्ति दिया जाता है । विगत वर्ष 2023-24 में अयोध्या मण्डल से कुल 141 प्रतियोगीयों ने प्रतिभाग किया था अयोध्या मण्डल से 7 विद्यार्थियों का चयन किया गया था जिसमें कनौसा स्कूल के 5 आर्मी पब्लिक स्कूल के 2 विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रतियोगिता में सफल होने के पश्चात छात्रवृत्ति दिया गया था।
दीन दयाल स्पर्श छात्रवृत्ति परीक्षा के दौरान अयोध्या मण्डल प्रवर अधीक्षक डाकघर हरे कृष्ण यादव ने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य युवाओं में फिलेटली को बढ़ावा देना है, डाक टिकटों के माध्यम से भी उन्हें वहाँ की संस्कृति धरोहर के बारे में पता चलता है क्योंकि हर डाक टिकट के पीछे एक कहानी छिपी है और इससे युवा पीढ़ी को रूबरू कराने की जरूरत है। वक़्त के साथ छोटा सा कागज का टुकड़ा दिखने वाले ये डाक टिकट ऐसे अमूल्य दस्तावेज बन जाते हैं, जिनकी कीमत लाखों -करोड़ों में हो जाती है।
श्री यादव ने छात्रों छात्राओं को बताया कि फिलेटली को “किंग आफ हाबी व हाबी आफ किंग“ के रूप में जाना जाता है, जिसमें रूचि रखने पर अनंत विषयों पर डाक टिकटों का संग्रह कर सकते हैं, इससे उनके सामान्य ज्ञान में वृद्धि होती है । इस दौरान मुख्य विपणन अधिकारी सत्येन्द्र प्रताप सिंह, जितेन्द्र कुमार सिंह, राघवेंद्र सिंह, ज्योतिरादित्य सिंह, राम बहादुर यादव, शिवदीप जायसवाल, प्रकाश चौधरी, धीरेंद्र दूबे, अनामिका, वैशाली श्रीवास्तव, अर्चना यादव, पल्लवी, चन्द्रेश वर्मा आदि मौजूद रहीं ।