मण्डलीय विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में दी गयी नसीहत
अयोध्या। मण्डलायुक्त मनोज मिश्र द्वारा कलेक्ट्रेट सभागार में मण्डलीय विकास कार्यो की समीक्षा की गई। जिसमें विकास के प्रमुख 71 बिन्दुओं/कार्यक्रमों, माननीय मुख्यमंत्री जी के प्राथमिकता के 18 कार्यक्रमों, नगरीय विकास के कार्यक्रमों, सम्भावित बाढ़ से बचाव एवं राहत बिन्दुओं आदि की समीक्षा की गई जिसका संक्षिप्त विवरण संयुक्त विकास आयुक्त ने बैठक में बिन्दुवार प्रस्तुत किया। मण्डलायुक्त द्वारा मुख्यमंत्री के प्राथमिकता के कार्यक्रमों तथा उनकी घोषणाओं की समीक्षा की गयी तथा कहा कि जो-जो कार्यदायी संस्थायें हैं अपने-अपने विभागीय कार्यो का विवरण अपने-अपने जिलाधिकारी को तथा मण्डलायुक्त कार्यालय को नियमित रूप से उपलब्धत करायें तथा इसकी कोई समस्या हो तो भी अवगत करायें। मण्डलायुक्त ने अस्पतालों में दवाईयों की उपलब्धता तथा डाक्टरों की उपस्थिति भी सुनिश्चित करने हेतु आवश्यक निर्देश दिये। इसी प्रकार पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को भी मवेशियों के उपचार उनके दवाओं की उपलब्धता तथा उनके भी सुरक्षात्मक उपाय करने हेतु निर्देश दिया गया। मण्डलायुक्त ने कहा कि अधिकारियों को अपने-अपने कार्यो में संवेदनशील होने और सावधानी बरतने से ज्यादा समस्याओं का समाधान हो जाता है। साथ ही साथ श्रमिकों के सुविधाओं के लिए आवश्यक कार्यवाही करने हेतु श्रम विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया गया।
मंडलायुक्त ने समीक्षा समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करने, डॉक्टरों को और संवेदनशीलता बरतनें तथा बेहतर समन्वय से संचारी लोगों को समाप्त करने एवं कुपोषण से मुक्त करने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने को कहा, अभी तक मंडल में 154 कुपोषित गांव चयनित किए गए हैं जिसमें से मात्र 59 गांव ही पोषित किए गए हैं इस पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए मंडलायुक्त ने इसमें बेहतर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने मेडिकल एवं बाल विकास विभाग को बच्चों के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं के भी विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। मंडलायुक्त ने कहा कि राष्ट्रीय स्वच्छता कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री द्वारा 2 अक्टूबर को स्वच्छता, जल संरक्षण एवं प्लास्टिक के प्रयोग को रोकने आदि की जागरूकता हेतु विशेष अभियान चलाया जाएगा इसको मुख्य बिंदु मानकर पंचायत विभाग को एक विशेष कार्य योजना के तहत कार्यवाही करनी चाहिए यह कार्यक्रम उच्च स्तर पर भी चलाया जाएगा तथा इसकी नियमित समीक्षा होगी। गांव में नालियों के साफ-सफाई के भी निर्देश दिए गए। शासन से निर्देश प्राप्त हुआ है कि ग्राम निधि से संबंधित कार्यो का भुगतान एवं उससे संबंधित किसी भी प्रकार का भुगतान सीधे नहीं किया जाएगा अब सभी कार्य डिजिटल सिग्नेचर से अपलोड करने व नियमानुसार किया जाएगा, कोई भी अधिकारी बैक डेट का चेक ना काटे यदि कोई ऐसा करते हुए पाया जाएगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रधानमंत्री जी द्वारा सभी ग्राम प्रधानों को पत्र लिखा गया है उसका भी शीघ्र वितरण करने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए तथा उस पत्र को संबंधित ग्राम सभाओं की बैठक में पढ़ने व उनके उद्देश्य के बारे में आम जनता को समझाने के भी निर्देश दिए गए।
मंडलायुक्त ने 26 अक्टूबर को आयोजित होने वाले तृतीय दीपोत्सव की भी समीक्षा की जिसमें स्पष्ट कहा कि ज्यादातर कार्य पर्यटन विभाग, सिंचाई विभाग, संस्कृत विभाग एवं नगर निकाय के चल रहे हैं इन कार्यों को प्रत्येक दशा में 30 सितंबर तक पूरा किया जाए क्योंकि इस अवसर पर देश-विदेश के विशिष्ट अतिथि आएंगे। कार्य ना होने की दशा में संबंधित विभाग के खिलाफ कार्रवाई भी होगी, इसमें कोई भी अन्य विकल्प नहीं रहेगा। मंडलायुक्त ने 50 लाख से ऊपर के कार्यों, मुख्यमंत्री की घोषणाओं से संबंधित कार्यों को नियमित जिलाधिकारियों और मुख्य विकास अधिकारियों को समीक्षा करने हेतु निर्देशित किया।
मण्डलायुक्त मनोज मिश्र ने समीक्षा के दौरान कहा कि बरसात का मौसम होने के कारण कहीं-कहीं पर कीचड़ व जलभराव होने के से बीमारियां फैलने की सम्भावना बनी रहती है यहां पर विशेष संवेदनशीलता बरतें तो कोई समस्या नही आयेगी और हम बीमारियां फैलने से पहले ही उसे रोक सकेंगे। उन्होनें सभी स्वास्थ्य केन्द्रो पर आवश्यक दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा सभी सीएचसी व पीएचसी पर स्नैक बाइट उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा इसकी क्रॉस चेकिंग सभी जिलाधिकारियों से करने के निर्देश दिये। उन्होनें कहा कि सीएचसी व पीएचसी व अन्य अस्पतालों में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी जनता को हो सुनिश्चित करें।
मण्डलायुक्त ने मण्डल के सभी गौ आश्रय स्थल कम चारागाहों मे पशुओं को कीचड़ से बचने के लिए प्रत्येक आश्रय स्थल में एक ऊंचा स्थान या चबुतरा तथा अस्थाई टीनशेड बनवाने के निर्देश दिये। खांई से जानवरों के निकलने के लिए एक या दो जगह स्लोप करने के निर्देश दिये। ग्रामीण क्षेत्रों में जहां पर गौ आश्रय बड़ा है तथा वहां पर चारागाह भी है उस स्थान का नामकरण गौ आश्रय सह चारागाह कर दिया जाय। इसी के साथ उन्होनें विद्युत विभाग को रोस्टर के हिसाब से विद्युत आपूर्ति करने, ट्रांसफार्मरों को निर्धारित समय सीमा में बदलवाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। इस अवसर पर जिलाधिकारी सुल्तानपुर श्रीमती सी0 इन्दुमती, जिलाधिकारी अम्बेडकरनगर श्री राकेश कुमार मिश्रा, जिलाधिकारी बाराबंकी डा0 आदर्श सिंह, सीडीओ अयोध्या श्री अभिषेक आनन्द, सीडीओ बाराबंकी श्रीमती मेधा रूपम, सीडीओ अमेठी श्री प्रभुनाथ, सीडीओ सुल्तानपुर मधुसूदन नागराज हुलगी, सीडीओ अम्बेडकरनगर श्री अनूप चन्द श्रीवास्तव तथा सिचांई लोक निर्माण विभाग, आरईएस, विद्युत, चिकित्सा के मण्डलीय स्तर के अधिकारी, अभियन्ता एवं मण्डलीय एवं जनपद स्तरीय अनेक अधिकारी उपस्थित थे।
मण्डलायुक्त द्वारा अगले चरण में कानून व्यवस्था, कर करेत्तर, राजस्व वसूली की समीक्षा की गयी। इस बैठक में जनपदों के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारियों से भाग लिया।