विश्व फार्मासिस्ट दिवस पर हुई संगोष्ठी
अयोध्या। विश्व फार्मासिस्ट दिवस के उपलक्ष में फार्मासिस्ट फाउंडेशन अयोध्या द्वारा एक संगोष्ठी का आयोजन प्रेस क्लब में किया गया इस वर्ष विश्व फार्मासिस्ट दिवस पर इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फार्मास्यूटिकल द्वारा थीम रखी गई है सेफ एंड इफेक्टिव मेडिसिन फॉर ऑल था इस वर्ष विश्व फार्मासिस्ट दिवस और भी विशेष है क्योंकि इसे प्रथम बार वर्ष 2009 में मनाया गया था इस वर्ष 10 वर्ष पूरे हो रहे हैं वर्ष 2009 में इस्तांबुल में हुई फार्मास्यूटिकल कांग्रेस मैं 25 सितंबर को विश्व फार्मासिस्ट दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया विश्व फार्मासिस्ट दिवस पर आयोजित संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के तौर पर असिस्टेंट कमिश्नर औषधि थे साथ ही फार्मासिस्ट फाउंडेशन अयोध्या कार्यकारिणी के अध्यक्ष विष्णु दुबे उपाध्यक्ष राकेश यादव महामंत्री अजीत श्रीवास्तव एवं विनीत भारती मीडिया प्रभारी सुशील तिवारी एवं जिला संयोजक प्रदीप पांडे एवं विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए फार्मासिस्ट सम्मिलित हुए कार्यक्रम का शुभारंभ करने के पश्चात जिला अध्यक्ष विष्णु दुबे ने कहा कि फार्मासिस्ट चिकित्सा जगत की मेरुदंड है प्राचीन काल में हमारे चिकित्सा पद्धति केवल औषधि आधारित थी ऋषि मुनि मनीषी रोग आधारित औषधियों का खोज करके उनका सही मात्रा में प्रयोग करके औषधियों का निर्माण करते थे तथा चिकित्सा प्रदान करते थे ऋषि सुश्रुत भृगु धन्वंतरि सुसैन आदि ऐसे वर्ड हुए जिनके द्वारा खोजी गई औषधियां आज भी चिकित्सा क्षेत्र में प्रासंगिक हैं मेरा मानना है कि यह रिसीव मनीषी वास्तव में पुराने समय के फार्मासिस्ट थे आगे अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रदीप पांडे जी ने कहा की विभिन्न देशों में उपचार प्रक्रिया में फार्मेसी पहले स्थान पर आती है और चिकित्सक दूसरे स्थान पर परंतु अपने देश में फार्मेसी को निचले पायदान पर रखा गया है उन्होंने आए हुए सभी फार्मेसिस्ट बंधुओं से आग्रह किया कि वह अपने ज्ञान और शिक्षा का लाभ अधिक से अधिक सामान्य जन तक पहुंचाएं तथा निरंतर अपने ज्ञान को नई खोजें से अपडेट करते रहें क्योंकि फार्मासिस्ट ही दवाओं के स्टोरेज इंडिकेशन कंट्राइंडिकेशन रूट आफ एडमिनिस्ट्रेशन दोस्त और साइड इफेक्ट्स का सही मायनों में जानकार होता है आज भारत में लगभग 25 प्रतिशत ऐसे मरीज हैं जिनकी मृत्यु सही मेडिकेशन ना प्राप्त होने से होती है फार्मासिस्ट के महत्व को तभी समझा जा सकता है जब सर्वश्रेष्ठ अपनी अधिक से अधिक सेवाओं द्वारा आमजन के हित में कार्य करें हमें आम जनता के बीच जाना होगा और और दवाओं के सही उपयोग के विषय में बताना होगा हमें विश्व फार्मासिस्ट दिवस पर मात्र गोष्टी करके या कार्यक्रम करके अपने कर्तव्य की तीसरी नहीं करनी है बल्कि हमें ज्यादा से ज्यादा ग्रामीण एवं मलिन बस्तियों में जाकर लोगों को जागरूक करना पड़ेगा की दवाइयों का सही इस्तेमाल कैसे किया जाए इसी क्रम में गोष्ठी को संबोधित करते हुए अपर आयुक्त औषधि संजीव चौरसिया ने फार्मासिस्टों का उत्साहवर्धन करते हुए फार्मासिस्ट के महत्व पर प्रकाश डाला उन्होंने कहा फार्मासिस्ट ही दवाओं का खोज करता है निर्माण करता है और खुराक निर्धारित करता है सही मायने में दवाओं का जानकार एक फार्मासिस्ट ही होता है।