अयोध्या। जिला चिकित्सालय पुरुष एमरजेंसीय ओपीडी में तैनात प्रभारी फार्मासिस्ट हनुमंत दुबे के साथ अभद्रता करने वाले व्यक्ति के खिलाफ पुलिस में पहले तहरीर दी, जब पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया तो फार्मासिस्ट ने डरवश समझौता कर लिया और आरोपी को पुलिस द्वारा बाइज्जत बरी करना पड़ा। बताते चलें कि 18 फरवरी को किसी बात को लेकर फार्मासिस्ट हनुमंत दुबे से मोनू राणा पुत्र राज नारायण निवासी अलना भारी थाना महाराजगंज से कहासुनी हो गयी। मोनू राणा का कहना है कि फार्मासिस्ट ने मेडिकल रिपोर्ट पर सफेदा लगाकर हेराफेरी की थी, इसी बात को लेकर विवाद हुआ था, फार्मासिस्ट ने त्रुटि को दूर करने की मांग किया था, जब उसने पैसा देने से इनकार किया तो उसके साथ अभद्रता किया था और उल्टे पुलिस में तहरीर दे दी थी। तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपी को हिरासत में भी ले लिया, इसी बीच फार्मासिस्ट को पता चला कि यदि आरोपी जेल गया और वहां से छुटा तो तुम्हारी हत्या तक कर सकता है। भयबीत फार्मासिस्ट हनुमंत दुबे ने अंततः समझौता करना ही उचित समझा।
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