-सीएमएस का मौखिक आदेश मरीजों पर भारी, संयुक्त चिकित्सालय कुमारगंज में अव्यवस्थाओं का अंबार
मिल्कीपुर। नगर पंचायत कुमारगंज क्षेत्र स्थित 100 सैय्या संयुक्त चिकित्सालय कुमारगंज में व्याप्त अव्यवस्थाएं सुधारने का नाम नहीं ले रही हैं। विगत दो माह से अस्पताल पर एक-रे प्लेट न होने के चलते पीड़ित मरीजों को उनके मोबाइल फोन से फोटो खींचकर एक्स-रे फिल्म की खाना पूरी की जा रही है। और तो और अस्पताल में दवावों का भी टोटा बरकरार हो गया है। अस्पताल के जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता के चलते बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं अब पूरी तरह से ठप होती नजर आ रही हैं।
बताते चलें कि जिले में पिछड़े क्षेत्र के रूप में माने जाने वाले मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र की सीमा स्थित कुमारगंज से 2 किलोमीटर दूरी पर 100 सैया संयुक्त चिकित्सालय स्थापित किया गया है। उक्त अस्पताल से अयोध्या सुल्तानपुर और अमेठी जनपद से आने वाले मरीज लाभान्वित हो रहे हैं। उक्त अस्पताल का संचालन कोरोना महामारी के दौरान हुआ था। तत्कालीन सीएमएस डॉ रजत चौरसिया के अथक प्रयास के चलते अस्पताल में एक दर्जन से अधिक डॉक्टरों सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती के साथ अस्पताल में एक-रे अल्ट्रासाउंड सहित बड़ी पैथोलॉजी में काम शुरू हो सका था। अस्पताल में प्रतिदिन 500 से 600 मरीज का पंजीकरण होता है।
प्रतिदिन 70 से 90 मरीज का एक्सरे भी होता है, किंतु विगत दो माह से अस्पताल में एक-रे फिल्म उपलब्ध होने के बावजूद भी एक्स-रे करने वाले मरीजों को एक-रे फिल्म न देकर उनके मोबाइल में एक्स-रे मशीन पर उपलब्ध फिल्म की फोटोग्राफ्स खींचकर थमा दी जाती है। जिसके चलते मरीज का समुचित उपचार चिकित्सकों द्वारा न करते हुए केवल अंधेरे में तीर मारा जा रहा है। उक्त मनमानी को लेकर क्षेत्रवासी ग्रामीणों द्वारा कई बार अस्पताल के सीएमएस एवं एक्स-रे टेक्नीशियन से शिकायत भी की गई किंतु एक्स-रे फिल्म न होने के चलते इंडेंट भेजे जाने का बहाना बात कर शिकायतकर्ताओं मांग दबा दी जाती है।
मंगलवार को सुल्तानपुर जनपद के उमरा गांव से अपने हाथ का इलाज कराने आए युवक विकास ने बताया कि डॉक्टर साहब ने हमारे हाथ का एक्सरे लिखा था। एक्स-रे तो हो गया लेकिन एक्स-रे फिल्म नहीं दी मिली। हमारे मोबाइल में ही फोटो खींचकर दे दी गई है। अब भगवान जाने इस फोटो से कैसे इलाज हो पाएगा। अस्पताल के सूत्रों को कहना है कि आज भी अस्पताल में हजारों की संख्या एक-रे फिल्म डंप पड़ी है केवल सीएमएस की मनमानी के चलते यह सब हो रहा है।
मामले की शिकायत मंगलवार को अस्पताल के डिप्टी सीएमएस संतोष सिंह से जब मरीज ने की तब उन्होंने बताया कि सीएमएस सर ने रोक रखा है कि मरीजों को एक्स-रे फिल्म न दी जाए, क्योंकि जो भी फिल्म उपलब्ध है वह केवल मेडिको लीगल के लिए रखी गई है। उधर दूसरी ओर एक्स-रे टेक्निशियन श्याम दयाल का कहना है कि हम लोगों को एक्स-रे फिल्म देने के लिए सीएमएस डॉ रवि पांडे द्वारा मौखिक रूप से रोका गया है, कोई लिखित आदेश नहीं दिया गया है।
लेकिन उच्चाधिकारी के मौखिक आदेश का भी पालन हम लोगों को करना है। फिलहाल यह तो मात्र वानगी भर है, अस्पताल में तमाम महत्वपूर्ण दवाएं भी विगत कई महीनों से नहीं है। जिसके चलते अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा ओपीडी में स्वास्थ्य परीक्षण करने वाले मरीजों को बाहर से दवा खरीदने हेतु पर्ची थमा दी जाती है।