19वी पुण्यतिथि पर महंत रामचन्द्र दास परमहंस को मुख्यमंत्री ने अर्पित की श्रद्धांजलि
अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को अयोध्या पहुंचे उन्होंने हनुमान गढ़ी और राम मंदिर पहुंच कर दर्शन-पूजन किया। सीएम योगी सुबह 11 बजकर 5 मिनट पर राम कथा पार्क स्थित अस्थायी हेलीपैड पर उतरे। जहां सांसद लल्लू सिंह, विधायक वेद गुप्ता, महापौर ऋषिकेश उपाध्याय, महंत सुरेश दास, महंत अवधेश दास व महंत डॉ भरत दास ने उनकी अगवानी की। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ दिगंबर अखाड़ा पहुंच कर राम मंदिर आंदोलन के महानायक महंत रामचंद्र दास परमहंस को श्रद्धांजलि दी। इससे पूर्व सरयू तट पर महंत परमहंस की समाधि स्थल पर पहुंचकर भी सीएम योगी जी ने पुष्पांजलि अर्पित किया। जहां महंत रामचन्द्र परमहंस दास की समाधि स्थल के संयोजक आचार्य नारायण मिश्रा ने उनका स्वागत किया। सीएम योगी जी ने दिगम्बर अखाड़ा में संतों के साथ प्रसाद भी ग्रहण किया। उक्त अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी महाराज ने अपने उद्बोधन में कहा कि पूज्य परमहंस रामचन्द्र दास महाराज हमेशा हम सभी के प्रेरणास्त्रोत बने रहेंगे तथा श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में महंत जी का जो मुख्य भूमिका थी उसका वर्णन शब्दों में नही किया जा सकता है। इन्हीं संतों के संघर्ष का परिणाम है कि 500 साल के बाद प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सब संतों के आर्शीवाद से श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का भव्य निर्माण हो रहा है।
सीएम योगी आदित्यनाथ महाराज ने सन्तो के साथ बैठकर अयोध्या के विकास पर भी चर्चा किया। सन्तो से मिले सुझाव के बाद उन्होंने डीएम नीतीश कुमार सहित अन्य अधिकारियों को बुलाकर निर्धारित समय के भीतर अयोध्या में हो रहे कार्यो को पूरा करने का निर्देश दिया। अयोध्या में चल रहे श्रावण झूला मेला के सम्बंध में जानकारी प्राप्त करने के साथ श्रावण झूला मेला को शांतिपूर्ण एवं बेहतर ढंग से सम्पन्न कराने के लिए दिशा निर्देश दिये।सीएम ने कहा कि अयोध्या की सुरक्षा बेहद अहम है लेकिन सुरक्षा कारणों की आड़ में किसी भी श्रद्धालु के साथ किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार बर्दास्त नही किया जाएगा। उन्होंने महंत सुरेश दास की शिकायत पर अयोध्या में बिजली व्यवस्था को दुरुस्त और 24 घण्टे करने का निर्देश भी अधिकरियों को दिया।
बात दे कि 31 जुलाई को राम मंदिर आंदोलन के शलाका पुरुष महंत रामचंद्र परमहंस की पुण्यतिथि होती है। राम मंदिर आंदोलन की लड़ाई में महंत रामचंद्र दास परमहंस 1949 में आगे आए। जीवन की आखिरी सांस 31 जुलाई 2003 तक वे इसके लिए संघर्ष करते रहे। श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में महंत रामचंद्र दास परमहंस के सहयोगी रहे वशिष्ठ पीठाधीश्वर पूर्व सांसद डॉ. रामविलास दास वेदांती ने इस अवसर पर कहा कि महंत रामचंद्र दास परमहंस ने राम जन्मभूमि की लड़ाई लड़ी थी। उन्हीं के नेतृत्व में ही विवादित ढांचा गिराया गया था। जिसके बाद आज भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है। आज यहां पर आने के बाद याद आया कि जब 19 वर्ष पहले परमहंस दास की चिता जल रही थी, तो उस समय तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी यहां पर आए थे और कहा था कि एक न एक दिन हम सभी को जाना है।
इस अवसर पर जगतगुरू राघवाचार्य , विश्व हिन्दू परिषद के वरिष्ठ पदाधिकारी राजेन्द्र सिंह पंकज, रसिक पीठाधीश्वर जन्मेजय सिंह, महंत धर्मदास, पूर्व सांसद डा0 रामविलास दास वेदांती, बड़े भक्त महल के महंत अवधेश दास, उदासीन आश्रम के महंत भरत दास, दन्तधावन कुंड के महंत विवेक दास, वरूण दास महाराज, बलराम दास, राजू दास, जयराम दास, महेन्द्र दास, आशुतोष दास, राघव दास, आदि पूज्य संत, सांसद लल्लू सिंह, कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह, अयोध्या विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, रूदौली विधायक रामचन्द्र यादव, सत्ताधारी पार्टी के अध्यक्ष संजीव सिंह, महानगर अध्यक्ष अभिषेक मिश्रा आदि उपस्थित थे।
मंदिर निर्माण के प्रगति के बारे में ली जानकारी
-मुख्यमंत्री हनुमानगढ़ी में दर्शन करने के बाद रामलला का पूजन किया। मंदिर परिसर में निर्माण के प्रगति के कार्यों की जानकारी ली। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ न्यास क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने सीएम को मंदिर निर्माण की हर गतिविधियों से अवगत कराया। इस दौरान सीएम ने निर्माण कार्यों में लगी टीम को कुछ आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। साथ ही मंडलायुक्त नवदीप रिनवा, पुलिस उपमहानिरीक्षक अमरेन्द्र प्रसाद सिंह, जिलाधिकारी नितीश कुमार, एसएसपी प्रशान्त वर्मा के साथ अयोध्या में चल रहे विकास कार्यों व श्रावण झूला मेला के संबंध में जानकारी प्राप्त की। झूला मेला को शांतिपूर्ण व बेहतर ढंग से सम्पन्न कराने के निर्देश दिये।