अयोध्या। सन्तों व विहिप की आग्रह पर तपस्वी छावनी के महन्त परमहंस दास ने चौथे दिन अपना अनशन तोड़ लिया। श्री दास पालघर के मृतक सन्तों को न्याय दिलाने के लिए विगत २४ अप्रैल से अन्न-जल त्यागकर आमरण-अनशन पर थे। सोमवार को उनके अनशन का चौथा दिन था। इस तरह कुल वह ७९ घण्टे अनशन पर रहे, जिनको विहिप उपाध्यक्ष व श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट महासचिव चम्पतराय, दिगम्बर अखाड़ा महन्त सुरेश दास, अयोध्या संत समिति अध्यक्ष महन्त कन्हैयादास रामायणी ने देशी गाय का दूध पिलाकर अनशन तोड़वाया। इस मौके पर परमहंसदास ने प्रधानमंत्री को सम्बोधित एक ज्ञापन चम्पतराय को सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि पालघर घटना की उच्चस्तरीय जांच हो, साथ ही दोषियों को फांसी की सजा मिले। इसके अलावा जनसंख्या नियंत्रण कानून-बाला साहेब ठाकरे के नाम पर विश्वविद्यालय जल्द बने, गौवंश को राष्ट्रीय धरोहर किया जाए व अयोध्या जनपद को मांस, अण्डा, मदिरा मुक्त रखा जाए। महन्त परमहंस ने कहाकि आज मैने विहिप उपाध्यक्ष चम्पतराय व सन्तों की आग्रह पर अपना अनशन तोड़ लिया है। इन लोगों ने मुझे भरोसा दिलाया है कि मृतक सन्तों को जरूर न्याय मिलेगा और उनके दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाई की होगी। घटना की उच्चस्तरीय जांच भी करायी जायेगी। इस अवसर पर बड़ाभक्तमाल के महन्त अवधेश दास, विहिप नेता राजेन्द्र सिंह पंकज भी मौजूद रहे।
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