-सहकारी समितियों पर बिक्री को लेकर घमासान
सोहावल। सहकारी समितियों मे यूरिया की खेप पहुंची लेकिन इनके वितरण मे अब मारामारी हो रही है। क्षेत्र की पांच समितियों में आयी यूरिया इतनी कम है कि ग्राहकों के लिए ऊँट के मुँह मे जीरा साबित हो रही है। हर समिति पर पंजीकृत किसानों की संख्या हजारों में है। खाद की बोरी बिक्री के लिए 400 से 500 के बीच भेजी गयी है। हर किसान 2 से 3 बोरी की उम्मीद लेकर समिति पर पहुंच रहा है।
जिसकी आपूर्ति कर पाना समिति के जिम्मेदारों के लिए मुश्किल हो रहा है। सबसे बड़ी समिति खिरौनी मैं आई एक ट्रक यूरिया की 400 बोरी एक दिन में किसानों में बट गई। यहां दिनभर बंटवाने के लिए पुलिस बल का सहारा लेना पड़ा। पिलखावा समिति के गयागंज में वृहस्पतिवार को इतनी भीड़ बढ़ी कि पहले खाद पाने के लिए किसानों में मारामारी होने लगी। चिर्रा समिति पर लगभग 200 बोरी यूरिया का वितरण किया गया और यहां व्यवस्था शांतिपूर्ण रही। हाजीपुर बरसेंडी और इब्राहिमपुर दिवली में भी कमोबेश यही हाल है।
किसान एक-एक बोरी यूरिया के लिए भटक रहा है। वही निजी दुकानों पर जिनके पास यूरिया है। वह महगे दामों पर खुले आम तीन सौ से साढ़े तीन सौ रू तक बेंच रहे हैं। साथ ही हर बोरी के साथ 70 रुपये वाला जिंक का एक किलो पैकेट लेना जरूरी बना रखा है। जिला क़ृषि अधिकारी ओ पी मिश्रा कहते है कि जिले मे खाद की कोई कमी नहीं है। समितियों मे दूसरी खेप जल्द ही फिर पहुंच जाएगी। निजी दुकानदारों की जांच पड़ताल चल रही है। गड़बड़ी करने वाले कतई बक्शे नहीं जायेंगे।