अयोध्या। पढ़ाई के समय सुनता रहता था कि फैजाबाद में कोई लावारिस लाशों का मसीहा है जिसे देखने का सौभाग्य भी जनपद में तैनाती के समय मिला है। वास्तव में मोहम्मद शरीफ पद्मश्री के सम्मान के लायक रहे जिन्हें सरकार ने नवाजा भी । उक्त बातें उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन (उपजा )अयोध्या इकाई द्वारा आयोजित सेनानी भवन के प्रांगण में मोहम्मद शरीफ के सम्मान कार्यक्रम में नगर मजिस्ट्रेट एसपी सिंह द्वारा कही गई। उन्होंने कहा कि यह जनपद ही नहीं प्रदेश व देश के गौरव की बात है कि एक साइकिल मिस्त्री को उसके काम के लिए इतना बड़ा सम्मान दिया गया है। मोहम्मद शरीफ एवं उनके सहयोगी अशोक मिश्रा को संगठन की ओर से संरक्षक प्रदीप श्रीवास्तव ,महेंद्र त्रिपाठी तथा नगर मजिस्ट्रेट द्वारा संयुक्त रूप से शाल व महात्मा गांधी का चित्र भेंट कर सम्मान किया गया ।कार्यक्रम में प्रदीप श्रीवास्तव ,महेंद त्रिपाठी, डीके तिवारी राजेंद्र तिवारी, राकेश वैद्य, राकेश तिवारी ,जयप्रकाश गुप्ता, अशोक तिवारी ने अपने विचार रखे तथा मोहम्मद शरीफ के बारे में अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा किए । सम्मान से अभिभूत मोहम्मद शरीफ ने अपनी आप बीती बताई तथा लावारिस लाशों के अन्तिम संस्कार करने के मकसद को भी बताया। उन्होंने कहा कि मेरी दुआ है कि मोदी तंदुरुस्त रहे । हम लावारिस के वारिस बनकर मोदी आए हैं । कार्यक्रम में रवि मौर्य, अजय कुमार श्रीवास्तव, राकेश यादव, विवेक वमा,र् मीसम खान आशुतोष सिंह, बजरंगी साहू तरुण गुप्ता आदि लोग उपस्थित रहे।
पद्मश्री मोहम्मद शरीफ का उपजा ने किया सम्मान
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