विशेषज्ञों ने दिए गर्भवती व धात्री माताओं के प्रश्नों का जवाब
अयोध्या। बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा ब्रहस्पतिवार को वीडियों क्रान्फेंसिंग एवं वेबकास्ट के माध्यम से ‘‘पोषण पाठशाला‘‘ का आयोजन किया गया। इसे लखनऊ से प्रमुख सचिव बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग अनीता सी. मेश्राम, निदेशक बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार डॉ सारिका मोहन एवं निदेशक राज्य पोषण मिशन कपिल सिंह आदि द्वारा सम्बोधित किया गया। पोषण पाठशाला कार्यक्रम की मुख्य थीम ‘‘शीघ्र स्तनपान-केवल स्तनपान‘‘ रही।
विकास भवन के एन0आई0सी0 से जनपद के जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रमोद कुमार सिंह, बाल विकास परियेजना अधिकारी दिनेश कुमार, रवि श्रीवास्तव, विवेक कुमार शाही एवं मीनाक्षी पाण्डेय तथा मुख्य सेविका सुनीता सोनी, मंजूलता, सावित्री देवी एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व लाभार्थियों ने एन0आई0सी0 कक्ष में प्रतिभाग किया। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण वेबकास्ट के माध्यम से जनपद के सभी 2381 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर किया गया, जिसें आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने स्मार्ट फोन के माध्यम से केन्द्र पर उपस्थित लाभार्थियों गर्भवती, धात्री माताओं, किशोरी बालिकाओं, 0 से 06 वर्ष के बच्चों के माता पिता तथा उनके परिवार के सदस्यों को दिखाया।
पोषण पाठशाला में जन्म के उपरान्त बच्चों को ‘‘शीघ्र स्तनपान-केवल स्तनपान‘‘ करायें जाने के महत्व पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम में विषय विशेषज्ञों के रूप में डॉ रेनू श्रीवास्तव, डॉ मोहम्मद सलमान खान, डॉ मनीष कुमार सिंह ने शिशु के जन्म के तुरन्त बाद एक घंटे के भीतर स्तनपान करायें जाने, 06 माह तक सिर्फ और सिर्फ मॉ का दूध दिये जाने तथा दो साल की अवस्था तक स्तनपान कराये जाने के महत्व पर चर्चा की तथा प्रतिभागियों के प्रश्नों के उत्तर भी दिये ।
कार्यक्रम को जनपद की आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों, मिनी आंगनबाड़ी कार्यक़िर्त्रयों, आशा, आशा संगिनियों तथा लगभग 55000 लाभार्थियों ने देखा व सुना तथा अपनी शंकाओं का समाधान प्राप्त किया। ये सभी प्रतिभागी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर उपस्थित हुए जहॉ इनके बैठने, पानी पीने आदि का उचित प्रबन्ध बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा किया गया ।
आंगनबाड़ी केन्द्र पर साज-सज्जा के साथ ‘‘ पोषण पाठशाला‘‘ के बैनर भी लगाये गये। प्रमुख सचिव द्वारा बताया गया कि इसी प्रकार पोषण पाठशाला प्रत्येक माह पोषण से जुड़े विभिन्न बिषयों पर सूचना तकनीक के माध्यम से विषय विशेषज्ञों के तत्वाधान में आयोजित की जाती रहेगी, और लाभार्थी इससें लाभान्वित होगें। यह विभाग का अभिनव प्रयोग है, एवं पहली बार आन लाइन सूचना, शिक्षा एवं संचार का स्तनपान जैसे महत्वपूर्ण विषय पर जानकारी देने के लिए विभाग द्वारा प्रयोग किया जा रहा है।