एनएचएम के संविदा चिकित्सकों का मामला
अयोध्या। जनपद के सरकारी अस्पतालों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संविदा पर तैनात चिकित्सकों का महामारी के दौरान अनवरत सेवा के बावजूद मानदेय नहीं मिल पा रहा है। जबकि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के प्रदेश प्रबंधन ने मौजूदा हालात को देखते हुए सभी संविदा चिकित्सकों की ड्यूटी अनवरत जारी रखने तथा समय से मानदेय के भुगतान का आदेश किया था।
जिला अस्पताल में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन योजना के तहत गत वित्तीय वर्ष में सर्जन तथा ईएमओ के पद पर संविदा पर भर्तियां की गई थी। इन चिकित्सकों की संविदा वित्तीय वर्ष समाप्त होने के साथ ही 31 मार्च 2020 को खत्म हो गई। वैश्विक महामारी का रूप धारण कर चुके नोबेल कोरोनावायरस के संक्रमण के बीच संविदा पर तैनात चिकित्सकों ने अपनी संविदा बढ़ाए जाने को लेकर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक तथा जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से पत्राचार किया था। मौजूदा हालात को देखते हुए स्थानीय स्वास्थ्य प्रशासन की ओर से सभी संविदा चिकित्सकों को अपनी ड्यूटी अनवरत जारी रखने की हिदायत दी गई थी हालांकि ड्यूटी के बावजूद इन संविदा चिकित्सकों को नए वित्तीय वर्ष के पहले मास अप्रैल माह का मानदेय का भुगतान नहीं हो पाया, तो एक बार फिर से पत्राचार शुरू हुआ।
जिला अस्पताल में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संविदा पर तैनात सर्जन डॉ धर्मेंद्र कुमार और ईएमओ डॉ अजय तिवारी व डॉ आशीष पाठक के पत्राचार के जवाब में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ घनश्याम सिंह ने जिला अस्पताल के सीएमएस को पत्र भेजा है।
संविदा अनवरत रखने का पत्र में है हवाला
मुख्य चिकित्सा अधिकारी की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गया है कि यानी एनएचएम योजना के तहत संविदा पर तैनात चिकित्सकों के बाबत प्रदेश कार्यालय प्रबंधन से पत्राचार में बताया गया है कि वर्तमान कोविड-19 की बीमारी तथा मौजूदा हालात के मद्देनजर पूर्व में संविदा पर तैनात चिकित्सकों की संविदा वित्तीय वर्ष 20-21 में अनवरत रखने का निर्णय लिया गया है। जिसके तहत समय से संविदा चिकित्सकों को मानदेय का भुगतान किया जाना है। मार्च माह में एनएचएम प्रदेश प्रबंधन की ओर से यह पत्र भेजा गया था। मुख्य चिकित्सा अधिकारी की ओर से 30 मई को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि संविदा के तहत डेंटल सर्जन कुमारी बंदना यादव के साथ डॉक्टर शिवांगी वासुदेव डॉ विभा पांडे वह डॉक्टर विनोद कुमार शुक्ल की भी तैनाती की गई थी लेकिन वर्तमान में डेंटल विभाग का कोई भी संविदा चिकित्सक कार्य पर नहीं है ऐसे में इन सभी के मानदेय का भुगतान नहीं किया जाना है।
इस बाबत जिला अस्पताल में संविदा पर तैनात सर्जन डॉ धर्मेंद्र कुमार का कहना है कि अन्य चिकित्सकों की तरह ड्यूटी के बावजूद संविदा चिकित्सकों को ना तो बीमा का लाभ मिल रहा है और ना ही नियमित चिकित्सकों जैसी सहुलियतें। हालिया है कि अभी तक संविदा चिकित्सकों को अप्रैल माह के मानदेय का भुगतान भी नहीं हो पाया।