कोरोना महामारी के कारण पूरा नहीं खुलेगा ओपीडी
अयोध्या। एडीज मच्छरों की दस्तक के बाद संचारी रोगों से लोगों के बचाव की जिम्मेदारी बढ़ गयी है परन्तु सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे.पी. सिंह ने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया है कि डेंगू और जेई के मच्छर उन्मूलन की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की नहीं स्थानीय निकायों की है। काबीना मंत्री ने यह विचार एक सवाल के जबाब में सर्किट हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान दिया।
उन्होंने सरकार की तैयारियों के सम्बन्ध में बताया कि बीते ढ़ाई माह से कोरोना वायरस के चलते प्रदेश की चिकित्सा सेवा ठप्प चल रही है। सरकार ने निर्णय किया है कि जनहित में सरकारी चिकित्सा सेवाओं को शुरू किया जाय। सरकार डब्डूएचओ व प्राथमिक इमरजेंसी सेवा की गाइडलाइन के तहत चिकित्सकों का ट्रेनिंग प्रोग्राम बीते दिनों आयोजित किया था। इस बात पर सरकार मंथन कर रही है कि सरकारी व प्राइवेट चिकित्सालयों में कौन सी चिकित्सा सेवा शुरू की जाय जिससे सोशल स्टिंसिंग आदि का परिचालन भी हो और लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मिल भी सकें। उन्होंने बताया कि चिकित्सा सेवा शुरू करने के निमित्त वह प्रदेश के जनपदों का भ्रमण कर जिला, प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण कर यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि यहां कौन सी नार्मल सेवा शुरू करायी जाय। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस को देखते हुए सरकार ने निर्णय लिया है कि अभी ओपीडी सेवा पूरा न खोल जाय। केवल कुछ सेवाएं शुरू की जायें जिससे आपातकालीन चिकित्सा सुविधा मरीजों को मिल सके। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने बैठक कर संचारी रोग नियंत्रण अभियान कार्यक्रम बनाया है। जापानी इंसेफ्लाइटिस की वैक्सीन उपलब्ध नहीं है प्रदेश के 80 जनपदों में फाइलेरिया व मलेरिया जैसे मच्छर जनित रोगों के नियंत्रण की रणनीति बनायी जा चुकी है।