अयोध्या। कोतवाली अयोध्या पुलिस ने जालसाजी के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पकड़े गए युवक की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम होने का दावा किया है। पकड़े गए युवक का पहले से दर्ज मुकदमे में चालान किया गया है।
शनिवार को क्षेत्राधिकारी अयोध्या राजेश कुमार राय ने बताया कि पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार के निर्देश पर अपराध और अपराधियों पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत अयोध्या कोतवाली पुलिस ने राम घाट चौराहे के पास से शनिवार को पंकज कुमार त्रिपाठी निवासी मोहल्ला रानी बाजार कोतवाली अयोध्या को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि अयोध्या कोतवाली में पंकज कुमार त्रिपाठी के खिलाफ धोखाधड़ी,कूटरचना और साजिश के दो मुकदमें पंजीकृत हैं। जनपद पुलिस की ओर से इसकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। पकड़े गए आरोपी का पुलिस में चालान किया है।
इनाम घोषित होते ही लग गया पुलिस के हाथ
– अयोध्या कोतवाली के मोहल्ला रानी बाजार निवासी पंकज कुमार त्रिपाठी का नाम वासुदेव घाट क्षेत्र में नगर पालिका अयोध्या की पूर्व सभासद के बेटे की हत्या के समय चर्चा में आया था। इसके पूर्व अन्य आरोपियों के साथ पंकज त्रिपाठी के खिलाफ भी एक मंदिर के नाम पर ट्रस्ट गठन करने को लेकर धोखाधड़ी और कूट रचना की धारा में मुकदमा पंजीकृत हुआ था। हत्या के इस मामले में कई दिनों तक निषाद समुदाय के लोगों ने आंदोलन किया था। खास बात यह थी कि सरेशाम हुई इस हत्या की वारदात में अयोध्या पुलिस ने उसी दिन एक आरोपी पंकज कुमार त्रिपाठी के गिरफ्तारी का दावा किया था। लेकिन बाद में पता चला था कि पुलिस ने पंकज त्रिपाठी को हत्या की वारदात से बाहर कर दिया है। गत वर्ष ही पंकज के खिलाफ एक और धोखाधड़ी, कूट रचना और साजिश का मुकदमा पंजीकृत किया गया था। चौंकाने वाली बात यह है कि दर्ज मुकदमे की तहकीकात और आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस उसका सुराग नहीं पा रही थी लेकिन 29 जनवरी को पुलिस उपमहानिरीक्षक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार की ओर से पंकज त्रिपाठी की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया और चंद घंटे भी नहीं बीतने पाए कि अयोध्या पुलिस ने उसको रामघाट चौराहे से गिरफ्तार कर लिया।