अयोध्या। विश्व प्रसिद्ध अयोध्या नगरी के कोहिनूर पैलेस में 16वें फैजाबाद पुस्तक मेले में अंतिम दिन अजीमुश्शान “मुशायरा व कवि सम्मेलन“ गंगा जमुना तहजीब व आपसी सद्भाव के सार्थक संदेश, शब्दों की मिठास के साथ उत्साहपूर्ण वातावरण में धूमधाम से संपन्न हुआ।
मुशायरे की अध्यक्षता करते वरिष्ठ कवित्री निरुपमा श्रीवास्तव ने ग़ज़ल के साथ साथ “मैं हिन्दी हूं“ कविता पढ़ी प्रोग्राम के संयोजक और नाजिम ए मुशायरा मुज़म्मिल फ़िदा ने अपनी बेहतरीन निज़ामत के साथ साथ तरन्नुम से ग़ज़ल पढ़कर ख़ूब वाह वाह लूटी, मुख्य अतिथि के रूप में लखनऊ की डा. श्वेता श्रीवास्तव ने कई ग़ज़लें पढ़कर श्रोताओं को सोचने पर मजबूर किया, विशिष्ट अतिथि के रूप में बाराबंकी से पधारे इमरान आलियाबादी और अज़ीम आलियाबादी ने अपनी शानदार ग़ज़लों से प्रोग्राम को ऊंचाई की हद तक पहुंचा दिया, इस मौके पर हर साल की तरह इस साल भी एन.डी खत्री ट्रस्ट की ओर से हिन्दी साहित्य साधना के लिए वरिष्ठ आलोचक प्रोफ़ेसर डॉ रघुवंश मणि त्रिपाठी और उर्दू अदब के लिए उस्ताद शायर इशरत हुसैन इशरत को मेला प्रभारी श्रीमती रीता खत्री, ट्रस्टी राजकुमार खत्री द्वारा सामूहिक रूम से शाल और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया ।
वरिष्ठ शायर रामजीत यादव याराजी बेदार ने अपनी किताब जलते सवालों से कई ग़ज़लें पढ़ी, जिन्हें सुनकर उपस्थित श्रोतागण झूम उठे और सोचने पर विवश हो गए, सरदार जसवंत अरोड़ा और नीरज सिन्हा नीर ने अपने हास्य व्यंग से श्रोताओं को खूब गुदगुदाया, एड. राजीव श्रीवास्तव की ग़ज़ल ख़ूब सराही गई, डा. ताराचंद तन्हा, विनीता कुशवाहा महक गोंडवी, पूजा श्रीवास्तव भी अपनी रचनाओं के लिए ख़ूब सराहे गए वर्षा मिश्रा, ज्योति मिश्रा, सुप्रिया मिश्रा, तृप्ति मिश्रा और ज्योति मिश्रा ने भी अपनी हस्ताक्षर रचनाएं पेश कीं।
संयोजिका नमिता मेहरोत्रा की देखरेख में छात्राओं द्वारा महिला सशक्तिकरण आधारित शहर के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों द्वारा नुक्कड़ नाटक में महिलाओं की सहनशक्ति, कार्यकुशलता व सहनशीलता का अनुसरणीय व विचारणीय मंचन किया गया, पुस्तक मेला की सांध्य बेला नारायण दास खत्री मेमोरियल ट्रस्ट के आयोजन पर आटोग्राफ सेशन में प्रख्यात कवि आलोक श्रीवास्तव जावेद अख्तर व आशुतोष राना की भूमिका में ग़ज़ल संग्रह पुस्तक “आसान“ पर अध्यक्षा कुसुम मित्तल सहित सैंकड़ों लोगों ने आटोग्राफ लिए।
पुस्तक मेले के दूसरे क्रम में किस्सा कहानी हिमांशु बाजपेई की जुबानी में कहानीकार डा हिमांशु बाजपेई ने शिक्षा व समाज की कहानियों से लेकर प्रभु राम का वृत्तांत सुनाया छात्र छात्राएं व श्रोतागण भावविभोर हुए, श्री बाजपेई को ट्रस्ट प्रभारी रीता खत्री, कोषाध्यक्ष राजकुमार खत्री, डॉ अतुल भटनागर कार्यक्रम संयोजिका नमिता मेहरोत्रा, रजत खत्री, अंकुर खत्री ने सम्मानित किया। पुस्तक मेला कार्यक्रम में शिरकत कर अपनी शानदार प्रस्तुति देने वाले सभी कवियों और कलाकारों ने कंठ मुक्त से ऐसे साहित्यिक आयोजन करने के लिए सचिव डॉक्टर निर्मल खत्री की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन से क्षेत्रीय प्रतिभाओं को तो सामने आने का बेहतरीन मौका मिलता ही है, लगभग विलुप्त हो रही विधाओं को भी पुनर्जीवित करने का अवसर कलाकारों को मिल रहा है आयोजन के लिए सभी फनकारों, कलाकारों ने आयोजक मंडल को धन्यवाद दिया।
इस अवसर अति सम्मानित हस्तियों में ट्रस्ट अध्यक्ष कुसुम मित्तल, प्रोफेसर ए. के. मित्तल, प्रोफ़ेसर अतुल भटनागर, प्रभात टंडन, राकेश केसरवानी, नमिता मेहरोत्रा, डा मिर्ज़ा साहब शाह, एड अतीक अहमद खान, जरीना मुस्तफा खान, वरिष्ठ पत्रकार उग्रसेन मिश्र, राजेंद्र सिंह, लोक गायक दुर्गा प्रसाद तिवारी आफत, वरिष्ठ लेखक समालोचक डा आर. डी आनन्द आदि सैकड़ों की तादाद में वरिष्ठ जन मौजूद रहे।