स्वैच्छिक श्रमदान का जीवन में महत्वपूर्ण स्थान : प्रो. मनाज दीक्षित
अयोध्या। डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार के समक्ष स्थित तालाब की स्वच्छता के लिए राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा स्वैच्छिक श्रमदान का आयोजन किया गया। स्वैच्छिक श्रमदान का शुभारम्भ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 मनोज दीक्षित ने किया। इस अभियान में विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों एनएसएस एवं एनसीसी केडैटों एवं छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़ कर भागीदारी की।
स्वैच्छिक श्रमदान में कुलपति प्रो0 मनोज दीक्षित ने छात्र-छात्राओं को बताया कि स्वैच्छिक श्रमदान जीवन में बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस मुहिम में प्रतिभाग करने से स्वयं में एक ऊर्जा संचार होता है आज इसकी जरूरत है इसे अपने जीवन में अवश्य उतारें। कुलपति ने कहा कि प्रधानमंत्री के स्वच्छता मुहिम को गति प्रदान करने के लिए इस तरह के स्वैच्छिक श्रमदान कार्यक्रम जीवन के एक अहम हिस्सा बनाने की आवश्यकता है। प्रो0 दीक्षित ने उत्साहित छात्रों का मनोबल बढ़ाया। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के आवासीय परिसर, साकेत महाविद्यालय, राजा राममोहन गर्ल्स कालेज, मनूचा, परमहंस महाविद्यालय, अयोध्या एवं झुनझुनवाला महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रमाधिकारियों एवं स्वयंसेवकों ने श्रमदान किया। राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्यवक डॉ0 समीर सिन्हा ने बताया कि कुलपति जी के दिशा-निर्देशन में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अभियान में आवासीय परिसर एवं महाविद्यालयों के एनएसएस एवं एनसीसी केडैटों सहित छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। स्वैच्छिक श्रमदान कार्यक्रम आगे जनपद के महाविद्यालयों में भी किया जायेगा। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कार्यपरिषद सदस्य ओम प्रकाश सिंह, विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो0 आर0 के0 तिवारी, अधिष्ठाता छात्र-कल्याण प्रो0 आशुतोष सिन्हा, प्रो0 के0 के0 वर्मा, डॉ0 शैलेन्द्र वर्मा, डॉ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी, राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रमाधिकारियों में डॉ0 विनय कुमार मिश्र, डॉ0 विनय कुमार सिंह, डॉ0 कनक बिहारी पाठक, डॉ0 मधु खन्ना, डॉ0 साधना भारती, डॉ0 सुधांशु मिश्रा, डॉ0 आशुतोष सिंह, डॉ0 अरूण कुमार ओझा, डॉ0 दिनेश कुमार सिंह, डॉ0 आलोक मनदर्शन, डॉ0 प्रज्ञा पाण्डेय, जनसम्पर्क अधिकारी आशीष मिश्र सहित बड़ी संख्या में स्वयंसेवक एवं छात्र-छात्रायें उपस्थित रही।