अयोध्या। होम डिलीवरी न करने वाले फुटकर किराना व्यापारियों को जिला प्रशासन ने जारी की नोटिस। जिला मजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा ने होम डिलीवरी न करने की शिकायत को संज्ञान में लेते हुए सिटी मजिस्ट्रेट सत्य प्रकाश सिंह को मेसर्स श्याम प्रकाश जनरल किराना स्टोर, नियावां तथा श्याम जनरल स्टोर, मोदहा के जांच हेतु भेजा ,जांच के दौरान यह तथ्य प्रकाश में आया कि दोनों किराना व्यवसाई द्वारा होम डिलीवरी नहीं कराई जा रही है। जिसके चलते इनकी दुकानों पर आने वाले ग्राहकों के द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है। निरीक्षण के दौरान दोनों संस्थान द्वारा होमडिलेवरी न करने की बात स्वीकार की गई। सिटी मजिस्ट्रेट के द्वारा उक्त दोनों किराना व्यवसाई को नोटिस जारी किया गया। नोटिस का सही जबाब न मिलने पर जिला प्रशासन द्वारा जारी अनुमति को वापस लिया जा सकता है। जारी किए गए वाहन पास को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया जाएगा। तब तक दोनों दुकानदार को दुकान न खोलने की हिदायत दी गई है। जिला मजिस्ट्रेट ने फुटकर किराना व्यवसाईयो तथा तथा फुटकर दवा विक्रेताओं को सचेत किया है कि होम डिलीवरी न करने की शिकायत मिलने पर गोपनीय रूप से जांच कराई जाएगी। जांच सही पाए जाने पर प्रशासन दुवारा दी गई अनुमति को वापस लेते हुए संबंधित के खिलाफ आदेशों के उल्लंघन के तहत उचित कार्रवाई की जाएगी। जिला मजिस्ट्रेट ने फुटकर किराना की दुकानदरों, फुटकर दवा की दुकानों ,बेकरी के व्यापारियों को निर्देश दिए हैं कि वह अपने दुकान के सामने होम डिलीवरी करने का पोस्टर चस्पा करें, जिसमें उनका मोबाइल नंबर अंकित हो ,किसी भी उपभोक्ता द्वारा होम डिलीवरी के लिए कहने पर 2 घंटे के अंदर सामान की आपूर्ति अवश्य करें और उसे शिकायत का मौका न दे।
लॉग डाउन : ग्रामीण क्षेत्रो में रोजगार व मानव दिवसो का होगा सृजन
अयोध्या। अन्य प्रदेश से वापस आये श्रमिको तथा स्थानीय स्तर पर पहले से श्रमिको को रोजगार उपलब्ध कराने के दृष्टिकोण से अधिक से अधिक मानव दिवसो को सृजित करेगा जिला प्रशासन एवं विकास विभाग। उक्त जानकारी देत हुए जिला मजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा ने बताया कि शासन द्वारा 20 अप्रैल के बाद जिन कार्यो को कराने की अनुमति प्रदान की गई है उसे घ्यान में रखते हुए मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रथमेश कुमार से कहा कि महात्मा गॉधा राष्ट्रीय रोजगार गारन्टी योजनान्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रो में सोशल डिस्टैसिंग व कोरोना वायरस के बचाव के सभी उपाय करते हुए अधिक से अधिक रोजगार व मानव दिवसो का सृजन किया जाये ताकि मनरेगा सहित अन्य प्रदेशो व जनपदो से वापस आये श्रमिको को रोजगार चाहने वाले व्यक्तियो को उनके निवास स्थल के निकट ही स्थानीय स्तर पर रोजगार प्रदान किया जा सके साथ ही ज्यादा से ज्यादा स्थाई परिसम्पत्तियो का सृजन करते हुए लॉक डाउन के दौरान रोजगार के अवसर उत्पन्न किये जा सके।
जिला मजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा ने बताया कि अन्य जनपदो व अन्य राज्यो से वापस आये हुए व्यक्तियो व श्रमिको का यथा शीघ्र नया जॉबकार्ड बनाने तथा निष्क्रिय जॉबकार्ड के नवीनीकरण का निर्देश जारी कर दिये गये है ताकि रोजगार चाहने वाले व्यक्तियो व श्रमिको को ग्राम पंचायत में ही रोजगार उपलब्ध हो सके। मुख्य विकास अधिकारी प्रथमेश कुमार ने बताया कि शासन एवं प्रशासन की मंशानुसार 21 अप्रैल से 137 ग्राम पंचायतो में 197 कार्य स्थल पर कार्य प्रारम्भ करा दिया गया है जिनमें कुल 3088 श्रमिको को नियोजित किया गया है। उन्होंने बताया कि डीसी मनरेगा व सभी खण्ड विकास अधिकारियो को ऐसे कार्यो को चिन्हित करने के निर्देश दिये गये है जिन पर तत्काल कार्य प्रारम्भ हो सके। उन्होंने आगे बताया कि मुख्यतः सिचाई व जल संरक्षण से संबंधित कार्यो को प्राथमिकता के आधार पर प्रारम्भ करा दिया गया है। इसी के साथ तमसा नदी के जीणोद्धार के पश्चात बड़े पैमाने पर नदी के किनारे लगाये गये पौधो की देख-रेख व सिचाई हेतु मास्टर रोल निर्गत कर दिये गये है इस कार्य में भी बड़ी संख्या में श्रमिको को लगाया जा रहा है। सभी कार्यस्थलो पर कोरोना वायरस से बचाव हेतु सभी श्रमिको को मास्क, गमछा बाध्ॅाकर कार्य करने को अनिवार्य बना दिया गया है और श्रमिको द्वारा इस निर्देश का अक्षरशः पालन भी किया जा रहा है श्रमिको को सोशल डिस्टेसिंग के पालन के साथ-साथ थोडे-थोड़े देर पर साबुन से 20 सेकेण्ड तक पानी से धोने के भी निर्देश दिये गये है और श्रमिको द्वारा इस निर्देश का नियमित रूप से पालन भी किया जा रहा है।
लॉक डाउन के दौरान बंद रहेगी ओपीडी, नर्सिंग होम व प्राइवेट हॉस्पिटल में शुरू होगा इलाज
अयोध्या। जिला मजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ घनशयाम सिंह द्वारा चिन्हित 19 निजी चिकित्सालय को लॉक डाउन के दौरान कुछ शर्तों के साथ केवल आकस्मिक/इमरजेंसी सेवाएं शुरू करने की दी अनुमति। गंभीर प्रकृति के रोगी अपनी इच्छा अनुसार इन निजी चिकित्सालय में विशेषज्ञ डॉक्टरों से करा सकेंगे अपना इलाज। जिला प्रशासन द्वारा जन सामान्य की चिकित्सा संबंधित समस्याओं के समाधान हेतु भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं संबंधी गतिविधियों को सुचारू बनाने की नीति के तहत जारी की गई है अनुमति। लॉक डाउन के दौरान केवल और केवल इमरजेंसी सेवाएं ही चालू रहेंगे। जबकि अग्रिम आदेशो तक ओपीडी पूर्ण रूप से बंद रहेगी। जिला मजिस्ट्रेट ने आगे बताया कि इन निजी चिकित्सालयों को चिकित्सालय में मरीज के प्रवेश के पूर्व हैंडवाश, साबुन, लिक्विड सोप व सैनेटाइजर से हाथों को सेनीटाइज कराना अनिवार्य होगा। यदि मरीज ने मास्क नहीं पहना है तो चिकित्सालय प्रबंधन मरीज को तुरंत मास्क उपलब्ध कराएगा। प्रवेश के समय मरीज वह उसके साथ आने वाले परिवार के सदस्य की प्रथम दृष्टया थर्मल स्क्रीनिंग कराना अनिवार्य होगा। यदि कोई मरीज अथवा उसके साथ आया व्यक्ति कोरोना वायरस का संदिग्ध प्रतीत होता है और उसमें कोरोना के लक्षण परीक्षित होते हैं तो संदिग्ध मरीज को पृथक कक्ष में रखना अनिवार्य होगा और इसकी सूचना तत्काल मुख्य चिकित्सा अधिकारी को देना होगा। समस्त ऐसे मरीज जिनको चिकित्सालय में एडमिट किया गया है अथवा किया जाएगा उन सभी की अनिवार्य रूप से कोरोन सैंपलिंग करानी होगी। साथ ही सभी निजी चिकित्सालय को एन-95 मास्क व पीपीई किट एवं संक्रमण से सुरक्षा के सभी उपकरण पर्याप्त मात्रा में रखने के साथ सभी चिकित्सकों तथा पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा प्रयोग करना अनिवार्य होगा। सामाजिक दूरी का मानक सुनिश्चित करते हुए कार्मिकों की उपस्थिति 33 प्रतिशत रखनी होगी। चिकित्सीय परामर्श व टेली कंसल्टेंसी, टेली मेडिसिन के माध्यम से दिए जाएंगे। इंफेक्शन प्रिवेशन प्रोटोकॉल का शत प्रतिशत पालन करना होगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ घनश्याम सिंह ने बताया जगत हॉस्पिटल आर्थो के डॉक्टर सूर्यमणि द्विवेदी, चिरंजीव हॉस्पिटल के डॉक्टर उमेश कुमार चौधरी (सर्जरी), दिव्या हॉस्पिटल के डॉक्टर विजय प्रताप सिंह(सर्जरी), राज राजेश्वरी हॉस्पिटल डॉ अरविंद कुमार मिश्रा (न्यूरो सर्जरी), डॉक्टर देवा मेमोरियल हॉस्पिटल के डॉ अतुल वर्मा (अर्थो),देवा मेमोरियल हॉस्पिटल डॉ रजनीश वर्मा (सर्जरी)डॉ सुमिता वर्मा (स्त्री रोग) संजाफी हॉस्पिटल एवं सर्जिकल सेंटर के डॉक्टर मुकेश कुमार गौतम (आईसीयू), केयर हॉस्पिटल डॉक्टर अफरोज खान (मेडिसिन), रेनू मेमोरियल ऑर्थो सेंटर के डॉक्टर अनिल कुमार, कौशल चाइल्ड केयर एंड मेडिकल सेंटर के डॉक्टर केएन कौशल (बालरोग), टीएलएम हॉस्पिटल के डॉक्टर बीनू बेरी (चर्म रोग व कुष्ठ) ,सीताराम मेडिकल सेंटर के डॉक्टर अभिषेक शरण (मेडिसिन), लाइफ लाइन हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के डॉक्टर विपिन कुमार(सर्जरी) हर्षण हृदय संस्थान के डॉक्टर अरुण कुमार जायसवाल (ह््रदय रोग), आनंद मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टर आनंद गुप्ता (मेडिसिन) अयोध्या आई हॉस्पिटल के डॉक्टर पवन कुमार (नेत्र रोग) यशलोक हॉस्पिटल के डॉक्टर चितरंजन वर्मा (बाल रोग) एवं डॉक्टर मृदुला वर्मा (स्त्री रोग), अवध न्यूरो साइकेट्री डॉक्टर शिशिर वर्मा (मनोरोग) व निर्मला हॉस्पिटल के डॉक्टर आरके बनोधा (मेडिसिन एवं आइसीयू) को अपने से सम्बंधित मरीजो के इलाज की अनुमति जिला प्रशासन द्वारा जारी की गई है।
प्रबुद्ध लोगों की गठित होगी जागरूकता टीम
अयोध्या। कोरोना वायरस देश व प्रदेश में लगातार अपने पैर पसार रहा है। प्रदेश में इस वायरस से संक्रमित व्यक्तियों और रोगियों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है। जनपद में कोरोना वायरस के फिलहाल एक भी संक्रमित व्यक्ति या मरीज नहीं है, फिर भी इस वैश्विक महामारी से बचाव हेतु सभी संभव उपाय किया जाना आवश्यक है। कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कोरोना वायरस से संबंधित बैठक में उक्त जानकारी देते हुए जिला मजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा ने बताया कि शासन स्तर पर निर्णय लिया गया है कि जनता के प्रबुद्ध लोगों की कोरोना वैरियर्स की टीमें गठित की जाए ताकि वे सामान्य जनता को इसके संबंध में विशेष रुप से जागरूक करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग, साफ सफाई, स्वच्छता, सेनीट्राइज आदि के बारे में व्यापक रूप जागरूक कर सके और इस महामारी से पूर्ण रूप से प्रदेश एवं देश को निजात मिल सके। जिला मजिस्ट्रेट ने बताया आगे बताया कि जनपद स्तर पर निर्णय लिया गया है कि जनपद स्तर सहित ग्राम वार, मोहल्ला वार, वार्डवार कोरोना वैरियर्स की टीमें गठित कर अधिक से अधिक लोगों को जागरूक किया जाए। इसमें एनसीसी ,एनएसएस सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों संस्थाओं आदि के वॉलिंटियर्स व कार्यकर्ताओं की टीमें गठित कर सूची थानों में रखी जाए और उसका एक रजिस्टर बना लिया जाए। बैठक में निर्णय लिया गया है कि इसमें जिला प्रशासन ,पुलिस ,स्वास्थ्य, आपूर्ति, युवा कल्याण, सैनिक कल्याण, विभाग के अधिकारियों के मदद से टीमें गठित की जाए। इस हेतु सभी संबंधित को आदेश व निर्देश जारी किया जा रहा है। जनपद स्तर पर इसकी समीक्षा हेतु मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रथमेश कुमार व अपर जिलाधिकारी नगर श्री वैभव शर्मा को दायित्व सौंपा गया है। इस कार्य में सहयोग के लिए युवा कल्याण अधिकारी व नेहरू युवा केंद्र के अधिकारी को भी लगाया गया है। जिला विद्यालय निरीक्षक व जिला पंचायत राज अधिकारी भी टीमें गठित करने में सहयोग करेंगे। सभी को एक सप्ताह में टीमें गठित कर रिपोर्ट करने को कहा गया है।