-धान क्रय केंद्र, गोशाला, चीनी मिल, व वैक्सीनेशन भण्डार कक्ष का लिया जायजा
अयोध्या। जनपद नोडल अधिकारी व अपर मुख्य सचिव सिचाई, जल संसाधन एवं परती भूमि विकास टी वेंकटेश ने बुधवार को ताबड़तोड़ निरीक्षण किया जिससे कर्मचारियों में हड़कंप की स्थिति रही। उप्र शासन द्वारा विकास कार्यो एवं धान क्रय केन्द्रो, गौवंश आश्रय स्थलो आदि कार्यो के सत्यापन को नामित नोडल अधिकारी के निरीक्षण के दौरान डीएम अनुज कुमार झा, सीडीओ प्रथमेश कुमार तथा सीएमओ डॉ घनश्याम सिंह मौजूद रहे। नोडल अधिकारी टी वेंकटेश सबसे पहले नवीन मण्डी में स्थापित धान क्रय केन्द्र का निरीक्षण किया। केंद्र पर किसानों से बातचीत भी की।किसानो ने व्यवस्था पर संतोष व्यक्त किया। नोडल अधिकारी ने मण्डी के अधिकारियो को टोकन के आधार पर किसानो के धान क्रय करने तथा समय से भुगतान करने के निर्देश दिए। अगला निरीक्षण केएम शुगर मिल मोती नगर मसौधा गेट के गन्ना कॉटे तथा गन्ना क्रय केन्द्र का किया। गन्ना को समय से क्रय करने एवं भुगतान करने का मिल अधिकारियों को निर्देश दिया। जिसके बाद नोडल अधिकारी ने चिकित्सा विभाग के कार्यो की समीक्षा की। डाक्टर एवं दवाओं की उपलब्धता जानी। कोविड वैक्सीन के लिए बन रहे प्रतिरक्षण अधिकारी के कार्यालय के पास जनपद स्तरीय शीतगृह श्रृंखला वैक्सीनेशन सेन्टर का निरीक्षण किया। उचित संख्या में वैक्सीन की स्टोरेज करने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। नोडल अधिकारी यहीं तक नही रुके। सीधे सोहावल तहसील के कोटसराय में इंग्लिश मीडियम स्कूल मेंसोशल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए ग्राम चैपाल लगाई। जिसमें राजस्व विभाग द्वारा चलाई जा रही वरासत के मामलो में उत्तराधिकारी के नाम दर्ज करने की समीक्षा की। वरासत के मामलो को संबंधित लेखपाल ने पढ़कर सुनाया। इस दौरान डीएम अनुज झा ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि जनपद में यह अभियान चलाया जा रहा है। इसको प्रत्येक दशा में 15 जनवरी 2021 तक पूरा कर देना है। इसमें संबंधित लेखपाल एवं राजस्व निरीक्षक व तहसीलदार की जिम्मेदारी है कि ग्रामीण के मृत्यु होने के बाद उनके परिवार के सूचना के आधार पर वरासत की कार्रवाई की जाए। टाल-मटोल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस दौरान मुख्य राजस्व अधिकारी पीडी गुप्ता, परियोजना निदेशक सहित अन्य विभागीय एवं जिला स्तरीय अधिकारी व तहसील स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।