क्रोएशिया देश के जाग्रेब विश्वविद्यालय से कृषि विज्ञान केंद्र हैदरगढ़ पहुंचा वैज्ञानिकों का प्रतिनिधिमंडल
मिल्कीपुर। क्रोएशिया देश की जाग्रेब विश्वविद्यालय से वैज्ञानिकों का प्रतिनिधिमंडल आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय अंतर्गत संचालित कृषि विज्ञान केंद्र हैदरगढ़ बाराबंकी पहुंचा। जहां वैज्ञानिकों की टीम ने कृषक वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लिया। वैज्ञानिकों के दौरे का मुख्य उद्देश्य भारतीय कृषि की वास्तविकता से रूबरू होना था। कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह के नेतृत्व में वैज्ञानिकों की टीम ने विभिन्न प्रक्षेत्रों का भ्रमण कर भारतीय कृषि की बारीकियों को परखा और उसकी जमकर सराहना की।
इस मौके पर क्रोएशियन के वैज्ञानिक इविका किसिक ने बतौर मुख्यअतिथि कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की लगभग 58 प्रतिशत आबादी के लिए कृषि आजीविका का प्राथमिक स्त्रोत है। भारत एक ऐसा देश है जहां सभी प्रकार के फसलों की पैदावार की जाती है। उन्होंने भारतीय खेती से प्रभावित होकर कहा कि भारतीय कृषि से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। क्रोएशिया के वैज्ञानिक क्रिष्टीना केजाक ने धान की रोपाई व आम के मदर आचर्ड में लगी आम की विभिन्न प्रजातियों को देखकर आश्चर्यचकित रह गए। कृषि विवि के कुलपति ने विदेशी वैज्ञानिकों को अवगत कराते हुए कहा कि बाराबंकी में मेंथा का रिकार्ड उत्पादन किया जा रहा है, साथ ही किसान बड़े क्षेत्रफल में सब्जी एवं फलों की खेती कर रहे हैं।
इस मौके पर 15 प्रगतिशील किसानों ने विभिन्न तकनीकों और फसलों की प्रदर्शनी लगाई जिसका भ्रमण कर वैज्ञानिकों ने बारीकि को परखा। इसी क्रम में वैज्ञानिकों की टीम ने मछली पालन, बकरी, मुर्गी, बत्तख, वर्मी कंपोस्ट के साथ-साथ प्राकृतिक खेती को देखा जिसकी जमकर सराहना की। इस मौके पर 130 किसानों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम से केवीके हैदरगढ़ के कर्मचारियों एवं वैज्ञानिकों ने क्रोएशिया से आए सभी वैज्ञानिकों को मोटे अनाज से बने बुके एवं शॉल ओढ़ाकर उनका स्वागत किया।
इस मौके पर कुलपति के सचिव डा. जसवंत सिंह, अपर निदेशक प्रसार डा. आर.आर सिंह, डा. एस.के सिंह, डा. शंभू प्रसाद उपमहानिदेशक उपकार, लखनऊ एवं क्रोएशिया विवि से वैज्ञानिक इविका किसिक, क्रिस्टीना कजाक, मरिनिका किसिक आदि लोग मौजूद रहे।