-दो पदक लेकर उत्तर प्रदेश की साक्षी स्वर्ण से चूकीं, कंपाऊंड चैंपियनशिप में अदिति व प्रथमेश रहे अव्वल
अयोध्या। राष्ट्रीय सीनियर तीरंदाजी प्रतियोगिता 2023 के अंतिम चरण में बुधवार को सरयू तट पर स्थित राम की पैड़ी पर आयोजित ओलंपिक में खेली जाने वाली रिकर्व बो प्रतिस्पर्धा की 43वीं सीनियर रिकर्व चैंपियनशिप में एसएससीबी के तरुणदीप राय और हरियाणा की संगीता विजेता रहॉं। तरुणदीप राय ने 720 में से 689 और संगीता ने 668 अंक लेकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
रिकर्व बो के इंडिजुअल एलिमिनेशन राउंड के पुरुषों के विजेता तुषार सिलके और महिलाओं में संगीता रहीं। मिक्स टीम प्रतियोगिता में पंजाब के आदित्य चौधरी और सिमरजीत कौर ने छह अंक लेकर महाराष्ट्र के यशदीप व शर्वरी सोमनाथ शिंदे को पछाड़ा।विजेता तीरंदाजों को प्रदेश के कृषि मंत्री सूय प्रताप शाही, भारतीय तीरंदाजी संघ के महासचिव प्रमोद कुमार चंद्रूलकर, उत्तर प्रदेश तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष व मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश कुमार अवस्थी, प्रदेश संघ के महासचिव अजय गुप्ता, विधायक रामचंद्र यादव, अयोध्या के महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी, सिक्किम तीरंदाजी संघ के सचिव डा. केवी गौरांग, पश्चिम बंगाल तीरंदाजी संघ के सचिव रुपेशकर ने पदक प्रदान किए।
कंपाउंड बो की 19 वीं सीनियर कंपाउंड नेशनल तीरंदाजी चैंपियनशिप में उत्तर प्रदेश की साक्षी चौधरी ने दो पदक अपने नाम किए। उनको रजत और कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा। वह स्वर्ण पर निशाना साधने में सफल नहीं हो सकीं। पचास मीटर की प्रतिस्पर्धा में महाराष्ट्र की अदिति गोपीचंद स्वामी और महाराष्ट्र के ही प्रथमेश बालचंद्र फुगे कड़े मुकाबले में स्वर्ण पदक जीतने में कामयाब रहे। पुरुषों के एलिमिनेशन राउंड में प्रथमेश फुगे और महिलाओं में अदिति गोपीचंद स्वामी ने स्वर्ण जीता। मिक्स टीम मुकाबले में दिल्ली के प्रियांश व प्रगति ने बाजी मारी।
टीम के स्तर पर रिकर्व में पुरुष व महिलाओं दोनों ही मुकाबलों में महाराष्ट्र का दबदबा रहा। पुरुषों में राजस्थान दूसरे और झारखंड तीसरे स्थान पर रहा। जबकि महिलाओं में हरिय़ाणा दूसरे और राजस्थान तीसरे स्थान रहा। कंपाऊंड प्रतिस्पर्धा में भी महाराष्ट्र की टीम महिला और पुरुष दोनों वर्गों में अव्वल रही। जबकि पुरुषों में दिल्ली व पुलिस कंट्रोल बोर्ड तथा दूसरे और तीसरे स्थान पर रहीं। महिलाओं में तेलंगाना दूसरे और मध्य प्रदेश तीसरे स्थान पर रहीं।
रिकर्व की पुरुषों की स्पर्धा में एसएससीबी के बोम्मादेवरा धीरज दूसरे और झारखंड के मृणाल चौहान को तीसरा स्थान मिला। पुरुषों के इंडिविजुअल एलिमिनेशन राऊंड में झारखंड के मृणाल चौहान दूसरे तथा एसएससीबी के बोम्मदेवरा धीरज तीसरे स्थान पर रहे। रिकर्व की इंडिविजुअल एलिमिनेशन राऊंड की ही महिलाओं की स्पर्धा में हरियाणा की रिद्धि दूसरे और उत्तर प्रदेश की अमीषा चौरसिया तीसरे स्थान पर रहीं।
मिक्स टीम मुकाबलों में महाराष्ट्र के युगल यशदीप भोगे व शर्वरी सोमनाथ शिंदे दूसरे तथा हरियाणा की संगीता व राहुल तीसरे स्थान पर रहे। कंपाऊंड राउंड में पचास मीटर की महिलाओं की प्रतिस्पर्धा में तेलंगाना की तानीप्रथि चिकिथा दूसरे व उत्तर प्रदेश की साक्षी चौधरी तीसरे स्थान पर रहीं। इंडिविजुअल एलिमिनेशन राउंड में उत्तर प्रदेश की साक्षी चौधरी दूसरे और मध्य प्रदेश की मुस्कान किरार तीसरे स्थान पर रहीं। पुरुषों के मुकाबले में महाराष्ट्र के ओजस प्रवीण देवताले दूसरे तथा दिल्ली के प्रियांश तीसरे स्थान पर रहे। इंडिविजुअल एलिमीनेशन राऊंड में पुलिस कंट्रोल बोर्ड के रजत चौहान दूसरे तथा दिल्ली के अभिषेक वर्मा तीसरे स्थान पर रहे। मिक्स टीम प्रतिस्पर्धा में पंजाब के संगमप्रीत सिंह बिसला व अवनीत कौर दूसरे और उत्तर प्रदेश की साक्षी चौधरी व प्रवीण कुमार तीसरे स्थान पर रहे।
अयोध्या में हो सकता है तीरंदाजी का विश्व कप और एशिया कप
– राष्ट्रीय सीनियर तीरंदाजी प्रतियोगिता के समापन समारोह में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उत्तर प्रदेश तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष व मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश कुमार अवस्थी नें कहा कि राष्ट्रीय स्तर की तीरंदाजी प्रतियोगिता का बड़ा आयोजन करके हमें यह अनुभव हो रहा है कि महान धनुर्धर भगवान राम की धरती पर तीरंदाजी की विश्व कप और एशिया कप जैसी अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं आयोजित की जा सकती हैं। उत्तर प्रदेश तीरंदाजी संघ इस प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश तीरंदाजी संघ को विस्तार देने के प्रयास प्रारंभ हो गए हैं। हर जिले में तीरंदाजी संघ गठित किया जाएगा।
मोदी-योगी की नीति ने खेलों को दिया नवजीवन
– राष्ट्रीय सीनियर तीरंदाजी प्रतियोगिता 2023 के अंतिम चरण में बुधवार को सरयू तट पर स्थित राम की पैड़ी पर आयोजित पुरस्कार वितरण एवं समापन समारोह के मुख्य अतिथि प्रदेश के माननीय कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की खेल नीति से खेलों को पुनर्जीवन मिला है। उत्तर प्रदेश पहले भी खेलों में आगे था, जिसमें सुधार हुआ है। उत्तर प्रदेश केवल उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि हर उस खिलाड़ी को अब प्रोत्साहित कर रहा है, जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाएं जीती हैं। तीरंदाजी हमारी संस्कृति और सभ्यता से जुड़ी हुई है। भगवान राम ने लंकापति रावण को धनुर्विद्या से ही परास्त किया। अर्जुन, द्रोणाचार्य और एकलव्य जैसे धनुर्धर हमारे पौराणिक गौरव हैं।
स्वागत भाषण में उत्तर प्रदेश तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष व मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि जब माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी तब से अयोध्या दीपोत्सव के लिए विश्व में जानी और पहचानी जाने लगी। अब तीरंदाजी भी अयोध्या की पहचान के रूप में स्थापित होगी। समापन समारोह को महापौर अयोध्या महंत गिरीश पति त्रिपाठी ने भी संबोधित किया।
लोक में भी धनुषधारी राम व्याप्तः पद्मश्री मालिनी
– राष्ट्रीय सीनियर तीरंदाजी प्रतियोगिता 2023 के अंतिम चरण में बुधवार को सरयू तट पर स्थित राम की पैड़ी पर आयोजित समापन समारोह में विशेष रूप से पहुंची प्रसिद्ध गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने सुंदर राम सांवर धनुधरिया और तोहरा से पूछे जनकपुर की नारी हे धनुषधारी एक भाई गोर काहे एक भाई कारी आदि लोकगीतों का उदाहरण देते हुए कहा कि लोक में भी भगवान राम की धनुर्धारी की छवि व्याप्त है। यह राम की नगरी है। और यहां पर यह प्रतियोगिता हमें हमारी प्राचीन संस्कृति और परंपरा से जोड़ रही है।