अयोध्या। आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस समारोह का आयोजन विश्वविद्यालय के कुलपति बिजेंद्र सिंह के अध्यक्षता में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सर सी वी रमन के चित्र पर माल्यार्पण के साथ शुरू हुआ। इस समारोह में मुख्य अतिथि कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह तथा विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक, वैज्ञानिकों एवं छात्र – छात्राओं का का स्वागत् कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ वेद प्रकाश द्वारा किया गया। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस सर सी वी रमन की महत्वपूर्ण खोज रमन प्रभाव के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
इस खोज का प्रकाशन 28 फरवरी 1928 में विश्व की महत्वपूर्ण पत्रिका में प्रकाशित हुआ था। यह खोज इतनी महत्वपूर्ण था कि इनको 1930 में सर सी वी रमन को नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस समारोह में बहुत से छात्र-छात्राएं ने रमन प्रभाव के ऊपर व्याख्यान दिया, जिसमें श्री लक्ष्मी बी आर , सुगंधा चौहान, पुष्पित जोशी आदि ने महत्वपूर्ण व्याख्यान दिया। अध्यापक /वैज्ञानिकों में डॉ लक्ष्मी प्रसाद, बी पी पाल, डाँ सीताराम मिश्रा, डॉ नमिता जोशी अधिष्ठाता समुदायिक विज्ञान, इंजीनियर हरिश्चंद्र सिंह अधिष्ठाता महामाया कृषि अभियंत्रण कॉलेज, एवं डॉ आर के जोशी, अधिष्ठाता पशु चिकित्सा विज्ञान ने रमन प्रभाव के ऊपर और इस विज्ञान दिवस की महत्ता को मानव जीवन में महत्वपूर्ण योगदान के अपने सुझाव तथा व्याख्यान दिए।
अंत में विश्वविद्यालय के कुलपति ने इस विज्ञान दिवस समारोह के पर कृषि के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। कृषि 2050 में कृषि का स्वरूप कैसा होगा, पौधों का मॉडल किस प्रकार के हो, उनमें पौधों की तत्वों की उत्पादकता कैसे बढ़ाई जाए, जिससे कि गरीब महिलाओं और बच्चों को उनके खाने के साथ ही उनको पोषण सुरक्षा भी प्रदान किया जा सके। इस तरह से विज्ञान के ऊपर तथा साथ ही में कृषि के विकास और आने वाले 2050 में कैसा स्वरूप होगा, विभिन्न पहलुओं पर कृषि वैज्ञानिकों को महत्वपूर्ण सुझाव दिए तथा देश के खाद्य सुरक्षा को बनाए रखने के लिए प्रमुख दिशा निर्देश कुलपति महोदय ने दिए। कार्यक्रम का संचालन उप निदेशक शोध शंभू प्रसाद कर रहे थे। डॉ.जसवंत सिंह अपने उद्बोधन के साथ ही धन्यवाद प्रस्ताव भी ज्ञापित किए।