मिल्कीपु। उत्तर प्रदेश सरकार परिषदीय विद्यालयों की सूरत सवारने के लिए भले ही ऑपरेशन कायाकल्प चलाया हो लेकिन अभी भी विद्यालय कायाकल्प से वंचित रह गए हैं। परिषदीय विद्यालय की सूरत संवारने को चला ऑपरेशन कायाकल्प नवसृजित नगर पंचायत कुमारगंज क्षेत्र में ही धरातल पर नहीं उतर सका है। 19 बिंदुओं पर विद्यालयों को सुविधाओं से संतृप्त करने में ग्रामीण अंचल आगे रहा है।
नगर पंचायत क्षेत्र में विद्यालयों को संवारने की जिम्मेदारी नगर निकाय व नगर पंचायतों को मिली थी जबकि ग्रामीण अंचल में पंचायती राज विभाग को या जिम्मेदारी दी गई थी। ग्रामीण क्षेत्र में लगभग 70 प्रतिशत विद्यालयों का कायाकल्प कार्य हो चुके हैं। नगर पंचायत क्षेत्र के विद्यालयों का कायाकल्प अभी अधूरा है। निकाय प्रशासन योजना के प्रति लापरवाही बरत रहा है।कुमारगंज नगर पंचायत अंतर्गत प्राथमिक व उच्च प्राथमिक एक दर्जन विद्यालय हैं लेकिन अधिकांश विद्यालयों में सुविधाओं का टोटा है।
नरेंद्र नगर उच्च प्राथमिक विद्यालय में भले ही काफी समय पूर्व का बना हो लेकिन आज तक बाउंड्री वाल नहीं बन सकी है। नगर पंचायत में होने के बाद लोगों को उम्मीद हुई थी कि अब बाउंड्रीवाल बन जाएगी लेकिन ऐसा कुछ दिखाई नहीं पड़ा। विद्यालय परिसिर अराजक तत्वों का अड्डा बना हुआ है। नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी कुमारगंज संजय शुक्ला का कहना है परिषदीय विद्यालयों के कायाकल्प के लिए नगर पंचायत में कोई अलग से बजट नहीं आया है, फिलहाल जिला अधिकारी के निर्देश पर नगर पंचायत के 4 विद्यालयों के एक-एक कमरे को कायाकल्प किया गया है नरेंद्र नगर कमपोजिट विद्यालय की बाउंड्री जल्द ही बनवाई जाएगी।