मिल्कीपुर। शिक्षा के क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़ते हुए, अमानीगंज शिक्षा क्षेत्र के करिया का पुरवा चौराहे पर नारायण लाइब्रेरी का उद्घाटन वैदिक मंत्रोच्चार के साथ धूमधाम से किया गया। इस पुस्तकालय का शुभारंभ केदार तिवारी ने नारियल फोड़कर किया, जिसके साथ ही क्षेत्र के छात्र-छात्राओं और ग्रामीणों के लिए ज्ञान का एक नया द्वार खुल गया।
समारोह का प्रारंभ वैदिक मंत्रोच्चार और हवन के साथ हुआ। स्थानीय पंडितों ने मंत्रों के साथ पूजा-अर्चना की, जिससे वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ। उद्घाटन के अवसर पर केदार तिवारी ने नारियल फोड़कर और फीता काटकर लाइब्रेरी का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर स्थानीय गणमान्य व्यक्ति, शिक्षक, छात्र और ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।नारायण लाइब्रेरी का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा को बढ़ावा देना और विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को अध्ययन के लिए बेहतर संसाधन उपलब्ध कराना है। पुस्तकालय में विभिन्न विषयों की पुस्तकें, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए अध्ययन सामग्री, समाचार पत्र, पत्रिकाएं और डिजिटल संसाधन उपलब्ध हैं।
इसके अलावा, छात्रों की सुविधा के लिए शांत पढ़ाई का माहौल, टेबल-कुर्सी, पेयजल और उचित रोशनी की व्यवस्था भी की गई है। केदार तिवारी ने अपने संबोधन में कहा, यह लाइब्रेरी न केवल एक भवन है, बल्कि ज्ञान का मंदिर है, जो हमारे बच्चों को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। हमारा लक्ष्य है कि ग्रामीण क्षेत्र के हर बच्चे को शिक्षा के समान अवसर मिलें।
मौजूद छात्रों ने उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, “यहां की सुविधाएं हमें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में बहुत मदद करेंगी। नारायण लाइब्रेरी का उद्घाटन अमानीगंज शिक्षा क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पहल न केवल शिक्षा के स्तर को ऊंचा करेगी, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में ज्ञान के प्रति जागरूकता भी बढ़ाएगी। इस अवसर पर श्रीधर तिवारी, श्याम नारायन तिवारी,शिवदीप शुक्ला, प्रधान गंगा प्रसाद यादव, तर्क शास्त्र प्रवक्ता रामेन्द्र भूषण पाण्डेय, पारसनाथ मिश्रा, शिवाकांत शुक्ला,प्रधान प्रतिनिधि विजय प्रकाश गोस्वामी, ज्ञानेंद्र प्रताप पाण्डेय,माता प्रसाद शुक्ला,डा अरविन्द यादव आदि लोग उपस्थित रहे।