महापौर परिषद ने हरियाली के लिए जन आंदोलन चलाए जाने पर निर्णय
अयोध्या। अखिल भारतीय महापौर परिषद का दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन सोमवार को विभिन्न प्रस्तावों के पारित होने के साथ सम्पन्न हो गया। एक जैसे नगर निगमों के कार्यकाल और हरियाली पर जोरदार चर्चा हुई। परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन जैन ने दो दिवसीय बैठक में लिए गए निर्णय और आपसी विचार विमर्श विषयक जानकारी साझा की। कहा कि 1974वा संशोधन देश के सभी राज्यों में लागू हो, संपूर्ण देश के नगर निगमों में महापौरों का कार्यकाल 5 वर्ष होना चाहिए।
जिससे जन आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए पर्याप्त समय प्राप्त हो सके। मानव जीवन को शुद्ध वायु, जल और प्राकृतिक वातावरण प्राप्त हो, इसके लिए देशभर के सभी नगर निगमों में जन सहयोग के माध्यम से हरित घर, हरित नगर, हरित मार्ग, हरित गली, हरित पार्क की अवधारणा को सफलीभूत के लिए जन आंदोलन बनाया जाएगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष जैन ने अयोध्या के महापौर एवं राष्ट्रीय बैठक के मेजबान ऋषिकेश उपाध्याय का आभार व्यक्त किया। सराहना करते हुए
कहा कि राष्ट्रीय बैठक के संपूर्ण आयोजन में जो प्रतिबद्धता सक्रियता एवं योगदान प्रदर्शित किया है उसके लिए अखिल भारतीय महापौर परिषद ऋषि केश उपाध्याय का मुक्त कंठ से प्रशंसा करता है। सभी महापौर से कहा कि प्रभु श्रीराम की जन्म स्थली पर आयोजित इस बैठक में संकल्पित एवं निर्धारित विचारों को और महत्वपूर्ण कार्यक्रमों को जन सहभागिता सुनिश्चित कर अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन करना होगा।
इससे पहले दूसरे दिन की राष्ट्रीय बैठक का शुभारंभ करते हुए पर्यावरणविद् गोपाल आर्य ने देश में महापौरों का आह्वान किया कि जन सहयोग से स्वच्छ घर, हरित घर, खुशहाल घर की संकल्पना को जन आंदोलन बनाया जा सकता है। समापन समारोह के मुख्य अतिथि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने अयोध्या के गौरवमयी इतिहास का उल्लेख किया। बताया कि राम मंदिर का निर्माण तेजी से चल रहा है। मंदिर के निर्माण में पर्यावरण संरक्षण जल संरक्षण की सर्वोच्च प्राथमिकता रखी गयी है।
राष्ट्रीय बैठक में उमाशंकर गुप्ता पूर्व मेय भोपाल, उमेश गौतम मेयर बरेली, दयाशंकर चंद्रशेखर तिवारी महापौर नागपुर, नूतन राठौर महापौर फिरोजाबाद, एजाज धेबर महापौर रायपुर, चंद्र मोहन सिंह जम्मू कश्मीर, मुरलीधर मोहल महापौर पुणे, मंजू मेहरा कोटा राजस्थान, नीली क्षत्री गंगटोक सिक्किम, सुनील उनियाल देहरादून, हेमाली काजपेस घोघावाला सूरत, नारायणदास रोकडिया बड़ौदा सहित अलीगढ़ प्रयागराज गोरखपुर झांसी मुरादाबाद आगरा गाजियाबाद कानपुर लखनऊ के महापौरों ने समापन समारोह को संबोधित किया। संचालन ज्ञानेंद्र सिंह एवं बैठक की व्यवस्था वेंकट सूद की टीम का उल्लेखनीय योगदान रहा।