प्रधान प्रतिनिधि व मजदूरों पद दर्ज मुकदमा वापस लेने की मांग
अमानीगंज। थाना खण्डासा क्षेत्र के ग्राम पंचायत भीखी का पूरा में काम कर रहे मनरेगा मजदूरों ने प्रधान पति व मजदूरों के विरुद्ध दर्ज किए गए मुकदमे को लेकर शुक्रवार को काम बंद कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। मजदूरों का कहना है कि गुरूवार शाम ग्राम पंचायत भीखी का पूरा के मजरे ददुआ पुर में दो पक्षों में मारपीट हो गई। सूचना मिलने पर काम करने वाले मजदूरों ने झगड़े को शांत कराया, बदले में झगड़ा शांत कराने वाले मजदूरों तथा ग्राम प्रधान प्रतिनिधि वीर प्रताप सिंह वीरू के विरुद्ध फर्जी मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया। मजदूरों का कहना है कि गांव प्रधान तथा उनके परिवार का कोई भी इस झगड़े में नहीं था, केवल मजदूर लोग मौके पर झगड़ा शांत कराने गए थे। बदले में उन पर तथा प्रधान प्रतिनिधि पर हत्या का प्रयास तथा एससीएसटी एक्ट जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया। मजदूरों का कहना है कि जब तक फर्जी मुकदमा वापस नहीं लिया जाता काम बंद रहेगा। मनरेगा के मजदूरों द्वारा धरना प्रदर्शन की सूचना खंड विकास अधिकारी अमानीगंज तथा अन्य उच्चाधिकारियों को दी गई है। मजदूरों का कहना है कि मामले में जब तक न्याय नही होगा तब-तक काम बंद कर प्रदर्शन करते रहेंगें। ग्राम पंचायत विकास अधिकारी संतोष यादव ने मजदूरों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं माने। ज्ञात हो कि गुरूवार 3ः00 बजे लवकुश व रामानंद के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था दोनों पक्षों के परिवार के लोग उस समय मनरेगा में काम कर रहे थे सूचना पर दोनों पक्षों के लोग अपने घर की तरफ भागे और दोनों में मारपीट हुई गांव के अन्य मजदूरों ने मारपीट की घटना को जानकर दोनों पक्षो में बीच-बचाव किया। एक पक्ष दो लोगों पर प्राथमिक उपचार के बाद जिला चिकित्सालय रेफर किया गया है। रामानंद की तहरीर पर प्रधान प्रतिनिधि वीर प्रताप सिंह सहित सात लोगों के विरुद्ध हत्या का प्रयास तथा एससीएसटी एक्ट समेत कई धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया तथा दूसरे पक्ष से लवकुश की तहरीर पर चार लोगों के विरुद्ध सामान्य मारपीट की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। ग्रामीणों व मनरेगा मजदूरों का आरोप है कि जिस समय घटना हुई उस समय प्रधान प्रतिनिधि घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे बावजूद इसके खंडासा पुलिस ने उनके विरुद्ध फर्जी तरीके से मुकदमा पंजीकृत कर लिया। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि वीर प्रताप सिंह ने बताया कि घटना के समय वे महात्मा गांधी चौराहे के पास स्थिति ईंट भट्ठे पर अपने साथियों के साथ बैठा था मारपीट की जानकारी होने पर थाने तक चला गया था। राजनीतिक रंजिश के चलते मेरे ऊपर खण्डासा पुलिस द्वारा फर्जी मुकदमा पंजीकृत कराया गया है।