-सोशल मीडिया पर प्रसारित सूचनाओ की नियमित हो रही निगरानी : एसएसपी
-शांति एवं सद्भावना को लेकर धर्मगुरुओ के साथ डीएम एसएसपी ने की बैठक
अयोध्या। जिलाधिकारी नितीश कुमार व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडे की अध्यक्षता में जनपद के विभिन्न धर्मो के धर्मगुरुओ, महंत एवं संभ्रांत नागरिकों के साथ पीस कमेटी की बैठक कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आहूत की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य जनपद में शांति व्यवस्था एवं सद्भावना को बढ़ावा देना है। जिलाधिकारी ने कहा कि अयोध्या धार्मिक नगरी है जिसकी विश्व पटल पर अपनी एक अलग पहचान स्थापित की है, यहॉ से शान्ति सदभावना, भाईचारा, धार्मिक ज्ञान आदि का पॉजटिव संदेश दुनिया भर में प्रसारित होने चाहिए। उन्होंने कहा कि विगत दिनो कुछ असामजिक तत्वो द्वारा जनपद अयोध्या में सांप्रदायिक हिंसा एवं तनावपूर्ण वातावरण उत्पन्न करने का प्रयास किया गया था जिसको जिला प्रशासन एवं धर्म गुरूओ के सहयोग से असफल बनाते हुए शान्ति का संदेश दिया गया।
उसी शान्ति के संदेश को सदैव अयोध्या में बनाये रखने के लिए आज इस बैठक का आयोजन किया गया है जिससे धर्म गुरूओं के सहयोग व सुझाव से उत्पन्न होने वाली समस्याओ का निस्तारण किया जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से किसी भी भ्रामक/गलत सूचना का तेज गति से प्रसारण हो जाता है जिससे सांप्रदायिक हिंसा फैलने की सम्भावना रहती है इसके लिए सभी जनपद वासियो को भ्रामक सूचना एवं गलत संदेशो को पहचानने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यदि किसी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भ्रमक सूचना या गलत संदेश प्रसारित किया जा रहा तो उसकी सूचना तत्काल अपने नजदीकी तहसील, कोतवाली अथवा वरिष्ठ अधिकारियो को दे और धर्मगुरूओ से अपील की कि अपने-अपने समुदाय के युवा वर्गो को किसी असामाजिक तत्वो, तथ्यो आदि के प्रलोभन में हिस्सा बनने रोकने के लिए जागरूक करे तथा विभिन्न पर्वो के अवसर पर आयोजित गोष्ठियों, मेला, जलूस, प्रवचन आदि में जनहित, राष्ट्र भावना, सम्प्रदायिक प्रेम व सम्मान सहित अन्य समाज हित उद्देश्यो को धर्म गुरूओ द्वारा बताया जाये।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि गंगा जमुनी तहजीब का बेहतर उदाहरण है अयोध्या नगरी, यहॉ सभी समुदाय के लोग आपसी प्रेम भावना के साथ मिलजुल कर साथ में रहते है, इस तहजीब को कई बार विभिन्न तत्वो द्वारा नुकसान पहॅचाने का प्रयास किया गया है लेकिन सभी धर्मगुरूओ, सम्भ्रान्त नागरिको के सहयोग इसको असफल बनाया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन द्वारा किसी भी असमाजिक तत्वो या किसी व्यक्ति विशेष द्वारा सम्प्रदायिक हिंसा फैलाने वाले के विरूद्ध कठोर एवं दंडात्मक नियामानुसार कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।
उन्होंने बताया कि पुलिस प्रशासन की एक विशेष टीम द्वारा सोशल मीडिया पर प्रसारित सूचनाओ का नियमित निगरानी की जा रही है और यदि ऐसी भ्रमक सूचना व गलत खबर संज्ञान में आती है तो उस पर तत्काल कार्यवाही की जाती है और भविष्य में भी की जायेगी। अपराध की श्रेणी में आने वाली सभी सोशल मीडिया पोस्टो पर अवश्य कार्यवाही होगी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अयोध्या विश्व पटेल की धार्मिक नगरी है जिसके कारण इसको संवेदनशील श्रेणी में रखा जाता है और यहां की शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी जनपद वासियों, धर्मगुरुओ एवं संभ्रांत नागरिकों के सहयोग की अवश्यकता है। उन्होंने सभी से अपील की है कि अपने आसपास यदि किसी संदिग्ध व्यक्ति को देखते हैं तो उसकी सूचना तत्काल पुलिस को दे तथा घरों मे रखने हेतु किरायेदारो, विभिन्न कम्पनियो, दुकानो आदि में रखे कर्मचारियो सहित अन्य अपरिचित व्यक्तियो का पुलिस द्वारा चरित्र सत्यापन कराने जाने के पश्चात ही अपने संस्थान व घर में रखे।
यातायात व्यवस्था व अवैध अतिक्रमण हुई चर्चा
-पीस कमेटी की बैठक के पश्चात जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने अयोध्या विधायक वेद प्रकाश गुप्ता के साथ विभिन्न व्यापार संगठनो के पदाधिकारियो के साथ विगत सोमवार को लागू की गई यातायात व्यवस्था व अवैध अतिक्रमण पर की गई कार्यवाही के सुझाव व समस्याओ पर विचार विमर्श व चर्चा की गई। व्यापारियो ने बताया कि कई मार्गो पर एकल यातायात व्यवस्था के चलते काफी घूमकर लोगो को खरीदारी करने के लिए आना पड़ता है जिसका असर व्यवसाय पर हो रहा है तथा जो अवैध अतिक्रमण हटाये गये थे उन पर नियमित निगरानी न होने पर पुनः अतिक्रमण किया जा रहा है जिस पर द्वय अधिकारियो द्वारा अश्वासन दिया गया कि यातायात व्यवस्था व अतिक्रमण की समस्या के लिए निस्तारण कार्यवाही की जायेगी।
बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक नगर, सिटी मजिस्ट्रेट सहित धर्मगुरू वेदान्ती रामविलास दास, महंत रामदास नाका हनुमानगढ़ी, स्वामी अन्नताचार्य उत्तर तोताद्रि मठ, महंत राजकुमार दास श्री राम बल्लभाकुंज, भरतदास रानोपाली, सिख धमगुरू नवनीत सिंह गुरूद्वारा, नदीम रजा जैदी शिया धर्मगुरू मौलाना मुफ्त्ी मोईनुद्दीन, मौलाना मुस्तफा सहित अन्य धर्मो के धर्म गुरू मौजूद रहे।