– शिक्षिका सुप्रिया वर्मा हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा
अयोध्या। बीते 1 जून को हुई गर्भवती शिक्षिका सुप्रिया वर्मा की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। शिक्षिका सुप्रिया वर्मा की हत्या उसके नाबालिग प्रेमी ने की थी, आरोपी ने मामले से ध्यान भटकाने के लिए इसे लूट का शक्ल दिया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके पास से नकदी,आभूषण, हत्या में प्रयोग की गई राड को बरामद किया है।
रविवार को पुलिस लाइन सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता में डीआईजी अमरेंद्र प्रसाद सिंह और एसएसपी शैलेश कुमार पाण्डेय ने हत्याकाण्ड का करते हुए बताया कि बताया कि नाबालिग आरोपी ने 1 जून को हत्या के ही इरादे से लोहे का रॉड लेकर उसके घर तब पहुंचा जब पति और मां बाहर चले गए थे। दोनों सोफे पर बैठकर बात करने लगे उसी समय शिक्षिका द्वारा आरोपी पर दबाव बनाया जाने लगा तो बहस हो गई।
आरोपी के बयान के अनुसार वह घर जाने लगा तो शिक्षिका ने उसे पकड़ लिया। धक्का देने पर वह गिर गई तब लोहे के राड से गले पर मार कर हत्या कर दी। उसके बाद दूसरे कमरे में आलमारियों में रखा हुआ जेवरात व रुपये लेकर भाग गया।
टी शर्ट के जरिए आरोपी तक पहुंची पुलिस
-हत्याकांड में पुलिस 32 दिन की मशक्कत के बाद टी शर्ट के जरिए आरोपी तक पहुंची। बताया गया कि सीसीटीवी कैमरे में टी शर्ट पहने जाते वह दिखा था लेकिन चेहरा न सामने होने की वजह से टी शर्ट में लगे मार्क से उस तक पहुंच सकी। खरीददार का पता लगाने पर आरोपी का पता चला। आरोपी ने लूट के पैसे से दो जोड़ी पायल और दो जोड़ी जूते, 3 शर्ट और दो पैंट भी खरीदे। पुलिस ने आरोपी के पास से गहने, लूट का 25000 रुपया भी बरामद किया है। इस खुलासे पर शिक्षक संघ ने पुलिस टीम को सम्मानित किया है।
बताते चलें कि अयोध्या कोतवाली क्षेत्र के श्रीराम पुरम कॉलोनी में 1 जून को दिनदहाड़े घर में घुसकर नाबालिग ने शिक्षिका सुप्रिया की हत्या की थी। शिक्षिका के परिवार वाले घटना के समय घर पर मौजूद नहीं थे, वो किसी काम से बाहर गए थे। घर लौटने पर उन्होंने सुप्रिया को खून से लथपथ पाया। आनन-फानन में मेडिकल कॉलेज दर्शन नगर पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था।