परीक्षा केन्द्रों पर 10 सचल दल का गठन, पहली बार महिला सचल दल भी गठित
अयोध्या। डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से सम्बद्ध महाविद्यालयों की मुख्य परीक्षा 15 फरवरी से प्रारम्भ हो रही है। इस परीक्षा की तैयारियां पूरी कर ली गई है। इस सम्बन्ध में परीक्षा केन्द्रों को स्पष्ट निर्देश दिये गये है कि परीक्षा की शुचिता एवं पवित्रता बनाये रखने के लिए किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जायेगा। उत्तर प्रदेश शासन की मंशा के अनुरूप नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित परीक्षा केन्द्रों को डीवीआर और सीसीटीवी कैमरे सक्रिय अवस्था में होने चाहिए और इन्हें 24 घण्टे कार्यशील रहना चाहिए। इनका रिकार्ड 60 दिनां तक सुरक्षित रखने का स्पष्ट निर्देश दे दिया गया है। परीक्षार्थिंयों एवं परीक्षा में नियुक्त केन्द्राध्यक्षों एवं प्राचार्यों को विश्वविद्यालय के रक्षक एप से जोड़ने के लिए कहा गया कि जिससे उनकों सूचनायें त्वरित गति से प्राप्त हो सके।
परीक्षा नियंत्रक उमानाथ ने बताया कि नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 मनोज दीक्षित के निर्देशानुसार इस बार परीक्षा केन्द्रों पर 10 सचल दल का गठन किया गया है जिसमें पहली बार महिला सचल दल का गठन किया गया है। सचल दल परीक्षा केन्दों का सघन निरीक्षण कर विश्वविद्यालय को परीक्षा के सम्बन्ध में रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। इस बार की मुख्य परीक्षा में विश्वविद्यालय द्वारा 432 परीक्षा केन्द्र एवं 18 नोडल केन्द्र बनाये गये है। कुछ संवेदनशील परीक्षा केन्द्र पर आर्ब्जवर की तैनाती की गई है। परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा से जुड़े शिक्षकों एवं केन्द्राध्यक्षों को अपने मोबाइल निर्धारित स्थान पर जमा करने होगे एवं परिसर में मोबाइल का प्रयोग पुर्णतया प्रतिबंधित रहेगा। इस बार की परीक्षा में कुल 4 लाख 17 हजार 841 छात्र स्नातक स्तर पर एवं परास्नातक स्तर पर 71 हजार 247 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि सभी परीक्षा केन्द्रों को स्पष्ट निर्देश है कि अनुपस्थित एवं अनुचित साधनों का प्रयोग करते हुए पकड़े जाने पर आनलाइन सूचना विश्वविद्यालय को देनी होगी। मुख्य परीक्षा के सुचारू रूप से संचालन के लिए विश्वविद्यालय द्वारा सम्बन्धित जिलाधिकारी एवं पुलिस प्रशासन को भी अवगत करा दिया गया है। इस सम्बन्ध में स्थानीय स्तर पर परीक्षा केन्द्र इनका सहयोग प्राप्त करेंगे। परीक्षा के सम्बन्ध में विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसके लिए हेल्पलाइन नम्बर व पदाधिकारियों के मोबाइल नम्बर सक्रिय कर दिये गये है।