मेडिकल टीम ने किया स्वास्थ्य परीक्षण
अयोध्या। महाराष्ट्र के पालघर में हुई सन्तों की निर्मम हत्या को लेकर तपस्वी छावनी, रामघाट के महन्त परमहंसदास का आमरण-अनशन तीसरे दिन भी जारी रहा। वह मृतक सन्तों को न्याय दिलाने के लिए शुक्रवार से ही अन्न-जल त्यागकर अनशन पर हैं। 48 घण्टे बाद रविवार को श्रीराम अस्पताल की मेडिकल टीम ने अनशनकारी महन्त का स्वास्थ्य परीक्षण किया, जिसमें 10 किलो वजन कम हुआ है। अनशन पर बैठने से पहले महन्त का वजन 100 किलो था। जो अब जाकर 90 किलो है। महन्त परमहंस ने कहा कि पालघर की घटना किसी की सोची-समझी साजिश है। कौन इसका मास्टर माइंड है। उसकी तह तक जाना ही होगा। इस घटना की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। तभी दूध का दूध और पानी का पानी हो पायेगा। उन्होंने कहाकि यह संत अपने दादा गुरू के अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहे थे, जिनकी रास्ते में रोककर भीड़ द्वारा हत्या कर दी जाती है। अभी तक इनको न्याय नही मिला। इन्हें न्याय दिलाने के लिए मैं विगत 24 अप्रैल से आमरण-अनशन पर हूं। जब तक सन्तों को न्याय नही मिल जाता। तब मेरा अनशन जारी रहेगा। इसके लिए चाहे हमारी जान ही क्यों न चली जाए। श्री दास ने कहाकि देश भर में हमारे करोड़ों अनुयायी व लाखों आश्रम हैं, जिसकी मुख्य शाखा आचार्य पीठ तपस्वी छावनी है। जहां का मैं वर्तमान समय में पीठाधीश्वर हूं। आचार्य पीठाधीश्वर होने के नाते मैं आज अपने भक्तों को धर्मादेश जारी करता हूं। अगर इस आमरण-अनशन के दौरान मेरी मृत्यु हो जाती है। तो हमारे अंतिम संस्कार में कोई भी कांग्रेसी नही शामिल होगा। कांग्रेस पार्टी से हमारा कोई वास्ता नही है। यदि जिस किसी का भी कांग्रेस से वास्ता है। तो उससे हमारा कोई नाता नही रहेगा। यह राष्ट्र विरोधी पार्टी है। हमारी मांग है कि सन्तों को न्याय मिले, इस घटना की उच्चस्तरीय जांच हो और हत्यारों को फांसी की सजा दी जाए।