प्रयागराज महाकुंभ में आज बुधवार (8 जनवरी) को वैष्णव संप्रदाय के तीनों अणी अखाड़ों निर्मल – निर्वाणी और दिगम्बर की पेशवाई निकलेगी. यह पेशवाई शहर के केपी इंटर कॉलेज मैदान से शुरू होकर तमाम रास्तों से होती हुई शाम के वक्त महाकुंभ क्षेत्र में प्रवेश करेगी. पेशवाई में तीनों अखाड़ों का वैभव साफ नजर आएगा. तीन अखाड़ों के संत महात्मा राजसी वैभव का प्रदर्शन करते हुए ढोल नगाड़ों की थाप और बैंड बाजों की धुन के बीच शाही रथों पर सवार होकर महाकुंभ क्षेत्र में प्रवेश करेंगे.
पेशवाई यानी छावनी प्रवेश शोभा यात्रा में निर्मोही अणी, निर्वाणी अणी और दिगंबर अणी के संत सड़कों पर अस्त्र शस्त्र का प्रदर्शन करते हुए चलेंगे. पेशवाई की अगुवाई जगतगुरु रामभद्राचार्य जी महाराज करेंगे. उनके साथ कई दूसरे जगतगुरु और तीनों अखाड़े के सौ से ज्यादा महामंडलेश्वर भी पेशवाई की शोभा बढ़ाएंगे. पेशवाई में एक तरफ हाथी ऊंट और घोड़े इसे भव्यता देंगे तो वहीं दूसरी तरफ ढोल नगाड़ों की थाप और बैंड पार्टियों के जरिए आध्यात्मिक धुन पेश की जाएगी.
अखाड़े के संत महात्माओं के स्वागत और अभिनंदन के लिए रास्ते भर जगह-जगह पुष्प वर्षा की जाएगी. इस दौरान सुरक्षा के भी बेहद कड़े इंतजाम रहेंगे. पेशवाई के चलते रूट डायवर्जन भी रहेगा. पेशवाई यानी छावनी प्रवेश शोभा यात्रा की तैयारियों को लेकर तीनों अणी अखाड़ों के संतो ने मंगलवार को निर्मोही अखाड़े में बड़ी बैठक भी की. बैठक में सभी की जिम्मेदारियां तय की गई और व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया गया.
निर्मोही अणी अखाड़े के अध्यक्ष श्री महंत राजेंद्र दास निर्वाणी अणी अखाड़े के श्री महंत मुरलीधर दास के साथ ही निर्मोही अखाड़े के संत ब्रह्मांड गुरु के मुताबिक अणी अखाड़ों के संत महात्मा बुधवार से अब अखाड़े की छावनी में ही रहेंगे. यहीं से घर और ज्ञान की गंगा बहाएंगे और संगम की रेती पर रहकर शाही स्नान भी करेंगे.