-राज्य महिला आयोग सदस्य डॉ प्रियंका मौर्या की जनसुनवाई में गूंजा वृद्ध महिला की शिकायत, कार्रवाई के दावों पर उठे सवाल
अयोध्या। दो दिवसीय दौरे पर बुधवार को अयोध्या पहुंची उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ प्रियंका मौर्या द्वारा सर्किट हाउस में पीड़ित महिलाओं की जनसुनवाई की गयी।जनसुनवाई के पूर्व सदस्य डॉ मौर्या द्वारा पीड़ित पक्ष के बराबर बैठकर जनसुनवाई किए जाने के लिए कहा।इसकेayodhya पीछे उनका तर्क यह रहा कि यहां आई महिलाएं प्रताड़ना से पीड़ित है, यदि उनके बीच बैठकर समस्याएं सुनी जाएगी तो वह खुलकर अपनी बात रख सकेगी जिसके बाद सभाकक्ष में उनके साथ अधिकारियों की कुर्सियां पीड़ित महिलाओं के बीच लगवाईं गयी।
ड़ित महिलाओं द्वारा डॉ मौर्या के इस तर्क की चर्चा के साथ सराहना भी की गई।सुबह दस बजे से दोपहर दो बजे तक आयोजित इस जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान सदस्य डॉ मौर्या ने सामने आए 40 से अधिक मामलों में पीड़िता महिलाओं की समस्याएं सुनी, आरोपी पक्ष को भी मौका दिया और कुछ मामलों में संबंधित विभाग के अधिकारियों को त्वरित निस्तारण का निर्देश दिया।जनसुनवाई के दौरान सर्वाधिक चर्चित मामला कोतवाली अयोध्या क्षेत्र से संबंधित एक वृद्ध महिला गोपा विश्वास का था जिसे सुनकर उनके होश फाख्ता हो गए।
उस वृद्ध महिला का आरोप था कि करीब छह माह से उसकी एफआईआर दर्ज नहीं की जा रही है और उसे दौड़ाया जा रहा है।वृद्ध महिला की वहां मौजूद सीओ सदर से इस बात को लेकर तीखी बहस भी हो गई क्योंकि उसका कहना था कि उसकी शिकायत मारपीट से संबंधित है जबकि कब्जेदारी के विवाद को कारण बताकर पुलिस उसकी एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है और फर्जी तरीके से उसकी शिकायत का निस्तारण कर दे रही है।उसने बताया कि पिछली बार आई महिला आयोग की सदस्य ॠतु शाही के सामने भी उसने अपनी शिकायत रखी थी लेकिन फिर भी उसकी एफआईआर दर्ज नहीं की गई।
इस वृद्ध महिला की तीखी बहस और तल्ख आरोपों ने जिले में महिला अपराध पर त्वरित कार्रवाई के दावों की पोल खोल कर रख दी।वृद्ध महिला की बातों को सुनकर सदस्य डॉ मौर्या ने कार्रवाई का आदेश तो दे दिया लेकिन अब देखना यह है कि छह महीने के इंतजार के बाद अब उसकी एफआईआर दर्ज हो सकेगी या नहीं?
इसके अलावा सदस्य डा मौर्या द्वारा पीड़िता विजयलक्ष्मी के प्रकरण में विधवा पेंशन व बाल सेवा योजना के लिए सम्बंधित अधिकारी को निर्देशित किया गया।फूलराजी के प्रकरण में उनके द्वारा तत्काल प्रभारी निरीक्षक बीकापुर से तत्काल वार्ता कर शीघ्र निस्तारण के लिए निर्देश दिये गये।पीड़िता माधुरी के शौचालय प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए थानाध्यक्ष को निर्देश दिए गए कि प्रकरण को तत्काल संज्ञान में ले और मौके पर स्वयं जाकर इसका निस्तारण करायें।विवाह सम्बंधी एक प्रकरण में सदस्य डॉ मौर्या द्वारा निर्देशित किया गया कि उसके पति को पंद्रह दिन के अन्दर बुलाकर वार्ता कर निस्तारित किया जाय जिससे एक परिवार को बसाया जा सकें। इसी प्रकार अनेक जमीन से सम्बंधित प्रकरण आने पर उन्होंने तत्काल उपजिलाधिकारी को मौके पर बुलाया और सम्बंधित प्रकरणों को शीघ्र निस्तारण हेतु निर्देशित किया।
जनसुनवाई के दौरान घरेलू हिंसा,मारपीट,पुलिस द्वारा दुव्र्यवहार,पुलिस विभाग से सम्बंधित,कब्जे से सम्बंधित व दहेज उत्पीड़न से सम्बंधित मामले आए जिनको सदस्य डॉ मौर्या द्वारा बहुत ही गम्भीरता के साथ सुना गया।कई प्रकरणों में महिलाएं काफी भावुक हो गयी जिस पर सदस्य डॉ मौर्या द्वारा उनको ढांढस बंधाया गया तथा कहा वे उनके साथ है और उन्हें न्याय अवश्य मिलेगा।साथ ही सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का भी लाभ उन्हें दिलाया जायेगा।
प्रेसवार्ता के दौरान राज्य महिला आयोग की सदस्य ने कहा कि जनसुनवाई के दौरान जो भी पीड़ित महिलाएं आयी है उनकी समस्याओं का तुरन्त निस्तारण करने का प्रयास किया जा रहा है।सम्बंधित विभाग के अधिकारियों से तत्काल वार्ता कर प्रकरण को निस्तारित करने के लिए निर्देशित किया गया।इसके साथ ही बहुत सारे मामलों को आपसी वार्ता से भी निस्तारित कराने का प्रयास किया जा रहा है।इसके साथ ही पीड़ित महिलाओं व उनके बच्चों के लिए सरकार द्वारा चलायी जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलवाने के लिए सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया है,जिससे पीड़ित पक्ष व उनके आश्रितों को किसी प्रकार की असुविधा न हों। सदस्य डॉ मौर्या द्वारा सम्बंधित अधिकारियों को त्वरित निस्तारण हेतु भी आदेश दिये गये है।
उनके द्वारा कहा गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महिलाओं की सुनवाई जनपद स्तर व मुख्यालय स्तर पर गम्भीरता के साथ की जाती है।यदि पीड़ित को लग रहा है कि कार्यवाही धीरे चल रही है तो उसके लिए राज्य महिला आयोग उन पीड़ित महिलाओं के साथ है और राज्य महिला आयोग उनके लिए त्वरित कार्यवाही के लिए कार्य कर रहा है।जनसुनवाई के आयोजन का मुख्य उद्देश्य पीड़ित महिलाओं की सहायता करते हुये उनको न्याय दिलाना व उत्पीड़न से बचाना है।उन्होंने कहा कि महिलाओं के उत्पीड़न से सम्बंधित प्रकरणों के सुनवाई एवं निस्तारण हेतु उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग के सदस्यों द्वारा प्रत्येक जनपद में जनसुनवाई का आयोजन किया जाता है,जिसमें महिला स्वयं उपस्थित होकर अपनी शिकायतें बता सकती है।जनसुनवाई के बाद उपरांत सदस्य डॉ मौर्या द्वारा निरीक्षण भी किया गया।
जनसुनवाई के दौरान उपजिलाधिकारी राजकुमार पांडेय,जिला प्रोबेशन अधिकारी अश्विनी कुमार,पुलिस उपाधीक्षक योगेन्द्र कुमार,जिला सूचना अधिकारी संतोष कुमार द्विवेदी सहित संबंधित विभाग के अधिकारी/कर्मचारी, शिकायतकर्ता व उनके परिजन उपस्थित रहे।